पुलिस की निगरानी में निकली बारात
घटना की जानकारी पर पुलिस और चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस की निगरानी में बारात निकली। फेरे हुए, जयमाल पड़ा। शादी की रस्में जैसे-तैसे पूरी हुई। सुबह जब पुलिस लौट गई तो दबंग फिर दुल्हन के घर आ धमके। कपड़ों से चेहरा बांधे और हाथों में हथियार लिए वे दुल्हन के घर में जबरदस्ती घुस गए और महिलाओं से भी अभद्रता शुरू कर दी। विरोध पर आरोपियों ने दुल्हन के चाचा पूरन सिंह, मनीष, प्रह्लाद, धीरज, सुरेश चंद और सूरजमुखी के साथ मारपीट की।
दबंगाें ने घर में घुसकर महिलाओं से की अभद्रता
दबंगों ने घर में रखी चारपाई, कुर्सियां व बाहर खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। जाते-जाते जान से मारने की धमकी दे गए। सूचना पर भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे। बुधवार को दोपहर में दुल्हन की विदाई पुलिस और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में हुई। यही नहीं, पुलिस दूल्हा-दुल्हन को अलीगढ़ की सीमा तक छोड़कर आई।
20 मई को आई थी बारात
दुल्हन के चाचा पूरन सिंह ने मामले की तहरीर पुलिस को दी है। इसमें उन्होंने बताया कि भतीजी की शादी अलीगढ़ के गांव नगला पदम निवासी आकाश से तय हुई थी। 20 मई की रात बारात आई। रात लगभग 12:30 बजे बारात चढ़त की रस्म हो रही थी। इस दौरान जाट बिरादरी के युवक पहुंचे और गाली-गलौज करने लगे। उन्होंने जातिसूचक शब्द कहते हुए डीजे बंद करा दिया। मामले में पुलिस ने अलीगढ़ के महारामगढ़ी के कृष्णा, नावली के मातीस और अंकुर सहित 20-25 अन्य लोगों के खिलाफ पर केस दर्ज किया है। घर के बाहर ताला लगाकर रिश्तेदारों का बचाया
दुल्हन के पिता की मौत वो चुकी है। उसका कोई भाई भी नहीं है। मां ने मेहनत मजदूरी कर बेटी को पाला-पोसा व बस्ती के सहयोग से शादी की। मां ने बताया कि घटना के बाद ने परिवार भयभीत है। घरों के बाहर ताले लगाकर किसी तरह से रिश्तेदार व अन्य परिजन को बचाया।