गिरफ्तारी और बरामदगी का विवरण
STF को यह कार्रवाई 05 जून 2025 को मारुति नेक्सा शोरूम के पास स्थित गोदाम पर छापा मारकर की गई। यह गोदाम नकली सीमेंट निर्माण का मुख्य अड्डा बना हुआ था।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम
- ठाकुर प्रसाद उर्फ अजय (मुख्य सरगना), निवासी सीतापुर
- मनोज कुमार, निवासी सीतापुर
- संजीत राय, निवासी लखनऊ
- शकील, निवासी लखनऊ
- सलमान, निवासी उन्नाव
- वीरेंद्र, निवासी सीतापुर
- राम आसरे, निवासी सीतापुर
- नसीम, निवासी हरदोई
बरामदगी का ब्यौरा
- 705 बोरी नकली अल्ट्राटेक सीमेंट
- 420 बोरी नकली माईसेम सीमेंट
- 365 बोरी नकली एसीसी गोल्ड कंक्रीट
- 225 बोरी डैमेज JK लक्ष्मी सीमेंट
- 120 बोरी नॉन ट्रेड सरकारी एसीसी सीमेंट
- 500 बोरी फ्लाई एश (राख)
- 3 वाहन (ट्रैक्टर, बोलेरो, पिकअप)
- कुल 2,222 खाली बोरी विभिन्न ब्रांड की
- इलेक्ट्रॉनिक तराजू, छानना, कन्नी व सीमेन्ट भरने के उपकरण
- 2 मोबाइल फोन, 2 ड्राइविंग लाइसेंस, ₹1740 नगद
अभियुक्त का कबूलनामा और गिरोह की कार्यप्रणाली
मुख्य अभियुक्त ठाकुर प्रसाद ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह यह गोदाम ₹50,000 प्रतिमाह पर किराए पर लेकर वर्षों से नकली सीमेंट बना रहा है। पहले वह काकोरी के नरौना गांव में इस तरह की गतिविधियों में लिप्त था, जहाँ उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। वह कच्चा माल मेरठ निवासी मित्तल और शाहजहांपुर निवासी कमल किशोर शुक्ला से खरीदता था। नकली बोरी संजीत राय से प्राप्त करता था। उसके बाद मजदूरों की सहायता से गोदाम में नकली सीमेंट तैयार कर आस-पास के क्षेत्रों में आपूर्ति करता था। प्रति बोरी नकली सीमेंट पर ₹80-₹100 का लाभ कमाया जाता था। यह नकली माल बक्शी का तालाब, चिनहट, रहीमाबाद, मोहनलालगंज आदि क्षेत्रों के डीलरों को बेचा जाता था।
मुख्य अभियुक्त का आपराधिक इतिहास
- मु०अ०सं० 440/2022 धारा 420, 467, 468 भादवि थाना पारा, लखनऊ
- मु०अ०सं० 215/2023 धारा 411 भादवि थाना मछरेहटा, सीतापुर
- मु०अ०सं० 55/2024 धारा 323, 325, 504, 506 भादवि थाना बक्शी का तालाब, लखनऊ
मुकदमा दर्ज और आगे की कार्रवाई
गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना बक्शी का तालाब में मु०अ०सं० 223/2025 धारा 125, 290, 318, 342, 349 BNS एवं 63 कापीराइट एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
STF की तत्परता और सजगता सराहनीय
यह कार्रवाई पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार नागर, अपर पुलिस अधीक्षक STF के पर्यवेक्षण में की गई। निरीक्षक दिलीप तिवारी के नेतृत्व में उप निरीक्षक विनोद सिंह और अन्य टीम सदस्यों की तत्परता के चलते यह संगठित गिरोह धराशायी हुआ।