दीपक कुमार माल(एक क्षेत्र का नाम) में किराए के मकान में अकेले रहते थे। मंगलवार सुबह करीब 6-7 बजे उनके सीने में अचानक तेज दर्द शुरू हुआ। वह स्वयं बाइक चलाकर नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचे। वहां तैनात डॉ. चंद्रप्रभा ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया, लेकिन उपचार के 10 मिनट बाद ही उनकी मृत्यु हो गई।
डॉक्टर ने दीपक से परिजन या किसी साथी को बुलाने को कहा था, क्योंकि वह अकेले अस्पताल पहुंचे थे। इस पर दीपक ने जवाब दिया, सुबह-सुबह कौन आएगा? दवा दे दें।
पुलिस ने शुरू की जांच, परिजनों को दी सूचना
सिपाही की मौत की खबर मिलते ही सहायक पुलिस आयुक्त मलिहाबाद सुजीत कुमार दुबे, इंस्पेक्टर नवाब अहमद, डायल-112 प्रभारी धर्मेंद्र यादव सहित कई पुलिसकर्मी सीएचसी पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और घटना की जांच शुरू की। दीपक कुमार मूल रूप से आगरा के रहने वाले थे। पुलिस ने उनके परिजनों को घटना की सूचना दे दी है।
पोस्टमॉर्टम से खुलेगा मौत का राज
फिलहाल, पुलिस और चिकित्सकों का मानना है कि दीपक की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई हो सकती है। हालांकि, सटीक कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।