लेकिन फिर भी बता दूं..पूजा पाल उस PDA की पीड़ित महिला है जिसने अन्याय अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई जब कुछ लोग उसी माफिया के घर चाय पानी करते थे। पूजा पाल ने आगे कहा, “आदरणीय मैं पहले ही कह चुकी हूं मै चुनाव जीतने विधायक बनने के लिए राजनीति में आई ही नहीं । मैं न्याय के लिए राजनीति में आई ये बस एक माध्यम था आपने मुझे हराने के बजाय एक बार उस माफिया के अन्याय के खिलाफ मेरे संघर्ष का उल्लेख ही कर देते मै भी उसी PDA समाज की पीड़ित बेटी थी।”
रागिनी सोनकर का बयान
दरअसल, पूजा पाल के निष्कासन पर जब रागिनी सोनकर से सवाल किया गया था, तो उन्होंने पूछा था, “पूजा पाल कौन हैं? किस पार्टी में हैं?” जब पत्रकारों ने बताया कि वह सपा की विधायक हैं, तो रागिनी ने कहा, “अच्छा हुआ आपने यह बताया, क्योंकि मुझे यह पता नहीं था।” रागिनी ने पूजा पाल के निष्कासन को सही ठहराते हुए कहा कि जनता और पार्टी ने उन पर भरोसा करके उन्हें चुना था, लेकिन उन्होंने पार्टी को धोखा दिया।
जानें पूरा विवाद
यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ, जब पूजा पाल ने विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा था कि उन्होंने माफिया अतीक अहमद को मिट्टी में मिला दिया। इसके बाद ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पूजा पाल को पार्टी से निष्कासित करने का आदेश जारी कर दिया। बता दें कि पूजा पाल दिवंगत विधायक राजू पाल की पत्नी हैं, जिनकी 2005 में अतीक अहमद ने हत्या कर दी थी।