गैंग की गिरफ्तारी की कड़ी में नई सफलता
पुलिस के अनुसार, अंकित चौधरी को गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले गैंग के अन्य प्रमुख सदस्यों, अमन कौशल, अर्शल गाजी, फैज, समृद्ध सिंह और फरमान अली को गिरफ्तार किया जा चुका है। यह वही फरमान अली है, जिस पर 25 मई को होटल मालिक मुरसलीन पर फायरिंग करने का आरोप है।
गिरफ्तार किए गए इन बदमाशों का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है और इन पर दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें हत्या की कोशिश, वसूली, धमकी देना, सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर डर फैलाना और कई गंभीर अपराध शामिल हैं।
गैंग का दबदबा और स्टाइल
यह गैंग अपनी दबंगई के लिए जाना जाता है। ये लोग बिना नंबर प्लेट की थार और फॉर्च्युनर जैसी गाड़ियों में घूमते हैं, जिससे पुलिस को इनका पीछा करने में दिक्कत होती है। ये अक्सर सार्वजनिक स्थानों पर हथियार लहराते हैं और सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके अपने डर का प्रचार करते हैं। पुलिस का कहना है कि यह गैंग एक स्ट्रीट कार्टेल की तरह काम करता है। इनका नेटवर्क लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों में फैला हुआ है। पीड़ितों को धमका कर गैंग में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता है और जो मना करते हैं, उन्हें निशाना बनाया जाता है। पुराने आपराधिक मामले भी उजागर
पुलिस रिकॉर्ड्स के अनुसार इस गैंग का आपराधिक इतिहास काफी पुराना है। वर्ष 2019 में फैज ने एक निजी दुश्मनी में तीन लोगों को सफारी गाड़ी से कुचल दिया था, जिसमें दो की मौके पर ही मौत हो गई थी। 2022 में गैंग के 12 सदस्यों ने नीलांश वाटर पार्क के पास नदीम सिद्दीकी पर हमला किया था। 2024 में अर्शल गाजी और फैजल गाजी पर एक शख्स को थार SUV से कुचलने की कोशिश का आरोप लगा। अमन कौशल पर चंदन गांव में बम फेंकने का मामला भी दर्ज है। ये सभी घटनाएं यह दर्शाती हैं कि यह गैंग किसी भी हद तक जाकर लोगों को नुकसान पहुंचाने से नहीं चूकता।
पुलिस की सख्ती और भविष्य की योजना
लखनऊ पुलिस ने इस गैंग के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ दिया है। शहर में कई इलाकों में छापेमारी की जा रही है और गैंग के फरार सदस्यों को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। पुलिस आयुक्त ने बताया कि गैंग के खिलाफ NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई करने की योजना बनाई जा रही है। साथ ही गैंगस्टर एक्ट और संपत्ति जब्ती की कार्रवाई भी शुरू की जा सकती है।
सोशल मीडिया पर निगरानी
गैंग के सदस्य सोशल मीडिया का भरपूर उपयोग करते हैं। वे अपने स्टंट, फायरिंग और धमकी भरे संदेशों को इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब पर पोस्ट करते हैं। पुलिस की साइबर सेल इन सभी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे हुए है और इन पोस्ट्स को डिजिटल एविडेंस के तौर पर केस में जोड़ा जा रहा है। पुलिस की जनता से अपील
पुलिस प्रशासन ने जनता से अपील की है कि यदि कोई भी व्यक्ति इस गैंग से संबंधित कोई भी जानकारी रखता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करे। साथ ही किसी भी संदिग्ध गतिविधि को नजरअंदाज न करें।