छात्र का सुसाइड नोट
सुसाइड नोट में लिखा है, “मैंने कॉलेज में फीस जमा की थी, लेकिन सिस्टम में फीस पेंडिंग दिखा रही है। पता नहीं मेरे दोस्त क्या सोचेंगे.. सभी लोग मुझे माफ करना। आहत होकर जान देने जा रहा हूं।”
जानें क्या है पूरा मामला
शुभम (22) मूलरूप से रायबरेली के उधाबंध दुधवन का रहने वाला था। वह चिनहट के देवा रोड स्थित फार्मेसी कॉलेज से बीफार्मा की पढ़ाई कर रहा था। कॉलेज हॉस्टल के रूम नंबर- 109 में रह रहा था। बुधवार को प्रायोगिक परीक्षा थी। आरोप है कि हॉस्टल की फीस जमा न होने से कॉलेज प्रशासन ने उसे परीक्षा में नहीं बैठने दिया। इससे वह परेशान था।
फेयरवेल पार्टी में टोकने से हुआ शर्मिंदा
परिजनों के मुताबिक, गुरुवार को शुभम फेयरवेल पार्टी में पहुंचा, तभी अकाउंटेंट ने टोंक दिया कि तुम्हारी फीस नहीं जमा है। पूरे ड्यूज क्लीयर नहीं हैं, कैसे आ गए? रसीद दिखाओ पहले। दोस्तों के सामने फीस के लिए टोकने पर उसे बेहद शर्मिंदगी महसूस हुई और वह वापस लौट आया। हालांकि, इससे पहले शुभम ने सुबह भाई से बात कर फीस के लिए रुपये मांगे थे।
दोस्तों को फंदे से लटका मिला शव
फेयरवेल से लौटाए जाने पर शुभम हॉस्टल आ गया। शिक्षक ने फोन किया पर शुभम से बात नहीं हो पाई। ऐसे में उसके दोस्त प्रभात, आकाश और श्रीकांत हॉस्टल आए। कई बार आवाज देने पर भी जवाब नहीं मिला तो हॉस्टल का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे, जहां शुभम का शव पंखे से लटकता मिला।छात्र के सुसाइड की सूचना मिलने पर साथी छात्र हॉस्टल के बाहर इकट्ठा हो गए। हंगामा शुरू कर दिया। छात्रों ने कॉलेज के खिलाफ प्रदर्शन किया। कॉलेज चेयरमैन ने फीस नहीं जमा होने से परीक्षा नहीं दिए जाने के मामले की जानकारी से इनकार करते हुए मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है। पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने बताया कि फीस न जमा होने से छात्र के प्रैक्टिकल में न बैठने की बात सामने आ रही है। उसके कुछ ड्यूज क्लीयर नहीं थे, इसलिए अकाउंटेंट ने टोका था। हालांकि, गुरुवार सुबह फीस जमा हो गई थी। छात्र के सुसाइड नोट की लिखावट कई जगह स्पष्ट नहीं है। जांच के लिए फोरेंसिक लैब में हैंड राइटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा जा रहा है। परिजन जो भी तहरीर देंगे, उसके आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई होगी।