मौसम विभाग की चेतावनी क्या कहती है
- भारतीय मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक
- स्थान: लखनऊ, उन्नाव, सीतापुर, रायबरेली, बाराबंकी और आस-पास के जिले
- समय: दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे के बीच
- स्थिति: तेज़ बारिश, गरज-चमक, बिजली गिरने और आंधी का खतरा
- हवा की गति: 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा
इस प्रकार की परिस्थितियों में पेड़ गिरने, कच्चे मकानों को नुकसान और विद्युत आपूर्ति बाधित होने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
प्रशासन ने क्या तैयारियां की हैं
लखनऊ जिला प्रशासन की ओर से आपदा प्रबंधन दलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सभी SDRF टीमों, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस और बिजली विभाग की टीमों को भी सतर्क कर दिया गया है। नगर आयुक्त ने सभी क्षेत्रीय जोन अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे नालियों की सफाई, जलभराव की निगरानी और तत्काल रिस्पॉन्स टीमों को तैयार रखें। आमजन से अपील: क्या करें, क्या न करें
क्या करें: - घर के भीतर रहें, विशेषकर बच्चे और बुजुर्ग
- इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चार्ज में रखें और आवश्यक बैकअप रखें
- अगर घर से बाहर हैं, तो किसी मजबूत पक्की बिल्डिंग में शरण लें
- वाहन चालक वाहन सुरक्षित स्थान पर पार्क करें, पेड़ों के नीचे न खड़ा करें
क्या न करें: - बिजली गिरते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करें
- खुले मैदान या खेत में न रहें
- पेड़, खंभे, बिजली की तारों से दूर रहें
- कच्चे घरों और टिन शेड वाले स्थानों में न रुकें
- शहर के संवेदनशील इलाके
लखनऊ के कुछ इलाके हर वर्ष की तरह इस बार भी सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। नगर निगम द्वारा घोषित जलभराव संभावित क्षेत्रों में:
- चारबाग रेलवे स्टेशन के पास
- अमीनाबाद, हजरतगंज
- राजाजीपुरम, आलमबाग, कैसरबाग
- गोमती नगर विस्तार क्षेत्र
- मड़ियांव, इंदिरा नगर, ठाकुरगंज
इन इलाकों में जलभराव, ट्रैफिक जाम और विद्युत कटौती की संभावना बनी हुई है।
विशेषज्ञों की राय
आईएमडी लखनऊ केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एम.के. शर्मा ने बताया कि, “पूर्वी उत्तर प्रदेश में सक्रिय मानसूनी ट्रफ के कारण नमी युक्त हवाएं मध्य यूपी में प्रवेश कर रही हैं, जिससे मौसम अस्थिर बना हुआ है। अगले 24 से 48 घंटों तक मौसम इसी प्रकार बना रह सकता है।”
बीते 24 घंटे में मौसम का हाल
लखनऊ और उसके आसपास के जिलों में गुरुवार रात से ही रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही थी। शुक्रवार दोपहर से मौसम ने अचानक करवट ली और काले बादल छा गए। तापमान में गिरावट आई, जिससे लोगों को उमस से राहत तो मिली, लेकिन आंधी और बारिश ने कई स्थानों पर पेड़ गिरा दिए, और बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि जिला अस्पतालों और सीएचसी को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बारिश के मौसम में डेंगू, मलेरिया, वायरल बुखार जैसी बीमारियों के मामले बढ़ सकते हैं। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया है कि: - जलभराव से बचें
- साफ पानी पिएं
- मच्छरदानी और रिपेलेंट का उपयोग करें
- स्कूली बच्चों और ऑफिस गोइंग नागरिकों को दिक्कत
शुक्रवार की दोपहर जब आंधी और बिजली के साथ तेज बारिश की शुरुआत हुई, तो अधिकांश स्कूलों की छुट्टी हो चुकी थी। पर जिन छात्रों की शिफ्ट दोपहर की थी, उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई स्कूलों की बसें जलभराव में फंस गईं, जिससे अभिभावकों में चिंता का माहौल रहा।इसी तरह, दफ्तर जाने वाले लोगों को भी बारिश और ट्रैफिक जाम से दो-चार होना पड़ा।
पुलिस और यातायात विभाग भी अलर्ट
ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि मैनुअल ट्रैफिक व्यवस्था लागू कर दी गई है। जिन इलाकों में ट्रैफिक सिग्नल बंद हो सकते हैं, वहां ट्रैफिक कर्मी मौजूद रहेंगे। पुलिस कंट्रोल रूम को हाई अलर्ट पर रखा गया है।