WhatsApp ग्रुप की बढ़ेगी सेफ्टी
इसके साथ ही इसमें यह फीचर भी दिया गया है कि अगर जानकारी देखने के बाद लगता है कि ग्रुप से आप परिचित है, तो चैट ओपन कर और डिटेल देख सकते हैं। साथ ही जब तक आप तय नहीं करते कि ग्रुप में रहना है या नहीं, तब तक उसके नोटिफिकेशन म्यूट पर रहेंगे। WhatsApp इस भी चेक कर रहा है कि जब कोई यूजर ऐसे व्यक्ति को मैसेज भेजना शुरू करे जो उसकी कॉन्टैक्ट लिस्ट में नहीं है, तब उसे उस व्यक्ति के बारे में अतिरिक्त जानकारी देकर पहले से ही अलर्ट किया जाए। इसका फीचर का मकसद है कि लोग सोच-समझकर बातचीत शुरू कर सकें।
अपराधी दे रहे थे अपराध को अंजाम
WhatsApp ने बताया कि वह अपराधी गिरोहों द्वारा चलाए जा रहे स्कैम सेंटर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। इनमें से कई सेंटर्स जबरन मजदूरी पर आधारित हैं और दक्षिण-पूर्व एशिया में सक्रिय हैं। कंपनी के मुताबिक, इस साल के पहले छह महीनों में WhatsApp और Meta की सिक्योरिटी टीम ने 68 लाख से ज्यादा ऐसे अकाउंट्स की पहचान कर उन्हें बैन किया, जो स्कैम सेंटर्स से जुड़े थे। कंपनी का कहना है कि उसने कई अकाउंट्स को ऑपरेशनल होने से पहले ही पकड़कर हटाया।