इसके अलावा झालावाड़, बारां व बूंदी जिलों में बने बांधों के भी गेट खोले गए। उजाड़ नदी खतरे के निशान से ऊपर बही। इस कारण देवली-अरनिया स्टेट हाईवे बंद रहा। कोटा जिले के रामगंजमंडी क्षेत्र की कई बस्तियों में पानी घुस गया। रातभर लोगों ने आंखों में काटी। कुदायला-देवली में 250 लोगों को रेस्क्यू किया गया, जबकि सुकेत क्षेत्र में पाटली नदी उफान पर आने से किनारे पर बने मकान व फैक्टरी में फंसे 7 लोगों को एसडीआरफ टीम ने सुरक्षित निकाला।
कोटा शहर में दिनभर कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश होती रही। कोटा में बीते 24 घंटे में 19.6 एमएम बारिश दर्ज की गई। नवनेरा बांध के सभी 27 गेट खोलकर साढ़े तीन लाख क्यूसेक से अधिक पानी डिस्चार्ज किया गया। अयाना में अस्पताल में पानी घुस गया। खातौली-कैथूदा चंबल नदी झरेर पुल पर पानी की आवक रही। इसके अलावा सांगोद, मंडाना, सुल्तानपुर समेत अन्य क्षेत्रों में तेज बारिश हुई। चेचट में 49, दीगोद में 15, कनवास में 72, खातौली में 18, लाडपुरा में 11, मंडाना में 26, पीपल्दा में 9, सांगोद में 47, सुल्तानपुर में 55 एमएम बारिश दर्ज की गई।
गुढ़ा बांध से 52 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा बूंदी जिले में जमकर बारिश हुई। गुढ़ा बांध के कैचमेंट में बारिश की वजह से सोमवार सुबह साढ़े पांच बजे से बांध के 12 गेट 5 फीट की ओपनिंग के साथ खोले गए। पानी बढऩे के बाद 18 गेट खोल दिए। इससे मेज नदी के आस पास के गांवों में जलभराव हो गया। जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता प्रदीप कसाना ने बताया कि लगातार बारिश से गुढ़ा बांध में पानी की आवक हो रही है। 30 में से 18 गेट खोल कर 52 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बांध पर अभी भी आधा फीट तक की चादर चल रही है। हिंडोली में दबलाना थाना क्षेत्र को भी सूचना दे दी गई है। वहीं नमाना क्षेत्र में दोपहर से हो रही बारिश के बाद क्षेत्र के पांच मार्गो पर नदी की पुलिया पर पानी आने से पांचों मार्ग पर आवागमन बंद हो गया।
घोड़ा पछाड़ नदी पर नमाना बरुंधन मार्ग की पुलिया पर चार फीट पानी चल रहा है, वहीं श्यामू नमाना मार्ग की पुलिया पर छह फीट पानी चल रहा है। नमाना गरडदा मार्ग पर लोईचा के खाळ व गुवार गांव में नदी की पुलिया पर पानी चल रहा है, वहीं बूंदी नमाना मार्ग पर करजुना गांव में मांगली नदी पर बनी पुलिया पर पानी आने से मार्ग बंद हो गया। यह मार्ग सोमवार सुबह से ही बंद है। नमाना आमली मार्ग पर बिडोली के खाल में पानी आने से मार्ग बंद है। गरडदा बांध पर चादर और चांदा का तालाब बांध भी ओवरफ्लो हो गया है। खटकड़ में मेज नदी की पुलिया डूब गई। पुलिया पर चार से पांच फीट पानी चल रहा है। ऐसे में स्टेट हाईवे 34 व 29 का आवागमन बंद हो गया। वहीं दूसरी ओर बूंदी शहर में सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश होती रही। सडक़ों पर पानी बह निकला। सोमवार शाम पांच बजे तक बूंदी में 17, तालेड़ा में 4, के.पाटन में 4, नैनवां में 28, हिण्डोली में 17, रायथल में 9 एमएम बारिश दर्ज की गई।
झालावाड़ में कच्चे मकान की दीवार गिरने से एक की मौत, नदी पार करते एक बहा झालावाड़ जिले में तीन दिन से लगातार बारिश का दौर जारी है। सोमवार सुबह से शाम तक हुई बारिश के बाद नदी-नाले उफान पर आ गए। जिले के पिपलिया गांव में तेज बारिश से खानों व नालों का पानी रात को गांव में घुस गया। सिविल डिफेंस के कार्यकर्ताओं ने करीब 100 लोगों को रेस्क्यू कर निकाला। वहीं नसीराबाद में कच्चा मकान गिरने से बुजुर्ग राधेश्याम सेन (65) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं भालता क्षेत्र में जमाल नदी पार करते किसान नानूराम (50) की मौत हो गई। परवन नदी का पानी बपावर की पुलिया पर आने से झालावाड़-बारां मार्ग बंद हो गया।
मनोहरथाना की निचली बस्ती में पानी घुस गया। उजाड़ नदी उफान पर होने से दहीखेड़ा के हाट चौक तक पानी भर गया। कालीसिंध बांध के 6 गेट खोलकर 63715, भीमसागर बांध के 4 गेट खोलकर 8980, छापी बांध के 7 गेट खोलकर 50530, राजगढ़ बांध के 2 गेट खोलकर 12774 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। जिले में पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश सुनेल में 178, झालावाड़ में 135, रायपुर में 172, अकलेरा में 97, असनावर में 80, बकानी में 117, डग में 173, गंगधार में 59, झालरापाटन में 161, खानपुर में 50, मनोहरथाना में 87, पचपहाड़ में 110, पिड़ावा में 111 एमएम बारिश दर्ज की गई। जिले में अभी तक औसत बारिश 666.92 एमएम दर्ज की गई।
अटरु में 142 एमएम बारिश बारां जिले में रविवार रात से जारी बारिश का दौर सोमवार सुबह तक जारी रहा। दोपहर बाद धूप खिली, फिर शाम को हल्की बरसात होने लगी। बीते 24 घंटों में सर्वाधिक बारिश अटरु में 142 एमएम दर्ज की गई। वहीं बारां में 100, अन्ता में 75, मांगरोल में 75, छबड़ा में 68, छीपाबड़ौद में 90, शाहाबाद में 17 तथा किशनगंज में 58 एमएम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार जिले में मंगलवार, बुधवार तथा गुरुवार को भी बादल छाए रहने व कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हो सकती है।