कोटा शहर में सुबह बादल छाए रहे। दोपहर में मौसम साफ हो गया और धूप खिल गई, लेकिन दोपहर बाद फिर बादल छाए और दोपहर 2 बजे करीब आधे घंटे तक झमाझम बारिश हुई। उसके बाद रिमझिम बारिश का दौर शाम 4 बजे तक चला।
बारिश के बीच बादलों की गर्जना भी हुई। उसके बाद बादल छाए रहे। इससे मौसम में ठंडक घुल गई। इससे उमस भरी गर्मी से राहत मिली। कोटा बैराज के 2 गेट खोलकर साढ़े 12 हजार क्यूसेक, कोटा जिले में चेचट क्षेत्र के तकली बांध के कैचमेंट में हो रही लगातार बारिश के चलते बांध के 4 गेट खोल 2721 क्यूसेक व नवनेरा बांध के 5 गेट खोलकर 38492 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।
अरण्डखेडा में आधा घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। सांगोद क्षेत्र में दोपहर बाद रिमझिम बारिश शुरू हुई जो देर शाम तक जारी रही। कुंदनपुर क्षेत्र में दिनभर रिमझिम बारिश का दौर चला। बारिश ने फिर किसानों की चिंता बढ़ा दी है। अब तक मंडाप, मंडीता, राजगढ़, रोलाना गांव की फसल पानी में डूबी हुई है। दीगोद में 17, चेचट में 07, कनवास 23, मंडाना 5, रामगंजमंडी 9, सुल्तानपुर 15 एमएम बारिश दर्ज की गई।
नाले उफने, कई मार्ग अवरुद्ध झालावाड़ शहर में करीब दो घंटे हुई बारिश से चंदा महाराज की पुलिया व कुम्हार मोहल्ले के आस-पास के घरों में पानी घुस गया। सबसे ज्यादा बारिश रायपुर में 140, झालावाड़ में 48, असनावर में 8, बकानी में 41, डग में 63, झालरापाटन में 35, खानपुर में 5, मनोहरथाना में 11, पचपहाड़ में 5, पिड़ावा में 15, सुनेल में 34 एमएम बारिश दर्ज की गई। लगातार बारिश के बाद रायपुर-सुनेल मार्ग पर परासली के निकट बहने वाला बरसाती नाला उफान पर रहने से रायपुर-सुनेल सडक मार्ग बन्द रहा। रघुनाथपुरा-पालखन्दा गांव को जोड़ने वाला नाला भी उफान पर रहने से आवागमन थम गया। झालावाड़ शहर में रेतवाड़ा मोहल्ले में बारिश के दौरान ही तेज धमाके के साथ आकाशीय बिजली गिरने से एक धार्मिक स्थल के टीनशेड पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।
केशवरायपाटन व इन्द्रगढ़ में बरसे मेघ बूंदी जिले के केशवरायपाटन व इन्द्रगढ़ में बादल मेहरबान रहे। केशवरायपाटन में कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश से बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। आसपास के गांवों में भी बारिश हुई। वहीं इन्द्रगढ़ में तेज बारिश होने से सड़कों पर पानी बह निकला। शाम पांच बजे तक केशवरायपाटन में 28 व इन्द्रगढ़ में 16 एमएम बारिश दर्ज की गई। बारां जिले में भी बारिश हुई। बारां में 3, अंता में 16, मांगरोल में 1, छीपाबड़ौद में 35, किशनगंज में 1 एमएम बारिश दर्ज की गई।
आगे ऐसा रहेगा मौसम मौसम केन्द्र के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर परिसंचरण तंत्र सक्रिय है। वहीं पंजाब व पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी है। मानसून ट्रफ भी सामान्य स्थिति से गुजर रही है। पूर्वी राजस्थान में अगले 5-6 दिन मानसून सक्रिय, अधिकांश स्थानों पर मध्यम से तेज बारिश, कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान (जोधपुर व बीकानेर संभाग) में अगले 2-3 दिन मध्यम से तेज बारिश, कुछ जगह भारी बारिश की संभावना है।