कोटा में मंगलवार देर रात मूसलाधार बारिश का दौर शुरू हुआ। आज सुबह भी बादल छाए रहे और रूक-रूक कर बारिश होती रही। मौसम विभाग में 2 जुलाई को तेज बारिश का अलर्ट जारी किया था। इसके चलते तेज बारिश का दौर रात को जारी रहा। बारिश के चलते सड़कों पर पानी बह निकला। इससे अधिकतम तापमान 30 डिग्री के नीचे आ गया है। लोगो को गर्मी व उमस से थोड़ी राहत मिली।
चम्बल नदी के ऊपरी इलाको में मानसून की हो रही बारिश से सभी बांधो में पानी की आवक होने से कोटा बैराज में बुधवार सुबह 8 बजे से 5 गेट खोलकर 80 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। मानसून के सीजन में कोटा बैराज से पहली बार पानी की निकासी के चलते प्रशासन ने नदी के किनारे बसे गांवो व बस्तियों को सतर्क रहने को कहा है।
वहीं, प्रशासन ने NDRF की टीमो को सतर्क किया है ताकि किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके। करीब 80,000 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही। जो कि जवाहर सागर से 46 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बैराज के 4 गेट 15-15 फीट व 1 गेट 5 फीट खोला गया है। कोटा बैराज की क्षमता 854 फीट है। वर्तमान में 852.80 फीट भराव है।
मोड़क में भारी बारिश
जिले के मोड़क कस्बे में भारी बारिश से दुकानें पानी मे डूब गई। मोड़क स्थिति दरगाह परिसर में 6 लोग फंस गए। जिन्हें ग्रामीणों की मदद से निकाला गया। मोड़क गांव चौराहा स्थित नाला उफान पर आने से लोग जान जोखिम में डाल कर पार कर रहे है। मोड़क स्टेशन अंडरपास में भरा पानी गया। रेलवे स्टेशन में पानी मे रेलवे ट्रैक डूबा गया। यहां तक की खेतों में फंसे लोगों को निकालने के लिए ग्रामीण नाव चलाकर पहुंचे।
आगे ऐसा रहेगा मौसम
मौसम केन्द्र के अनुसार, पूर्वी भारत के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र आज परिसंचरण तंत्र के रूप में परिवर्तित हो चुका है। आज मानसून ट्रफ लाइन गंगानगर, रोहतक से होकर गुजर रही है। पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में आगामी एक सप्ताह बारिश की गतिविधियां जारी रहने संभावना है।