360 अंकों की इस परीक्षा में पेपर-1 व पेपर-2 दोनों 180-180 अंकों के थे। इस बार जेईई एडवांस्ड के लिए 1.90 लाख स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिनमें से लगभग 48 हजार छात्रों के क्वालीफाई करने की संभावना है। यानी, लगभग हर चौथा छात्र आईआईटी में प्रवेश के योग्य माना जा रहा है। कोटा के प्रमुख कोचिंग संस्थानों का दावा है कि टॉप-10 और टॉप-100 में बड़ी संख्या में कोटा के स्टूडेंट्स स्थान बना सकते हैं।
आईआईटी बॉम्बे छात्रों की पहली पसंद एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा के अनुसार, जेईई-एडवांस्ड में सफल विद्यार्थियों के बीच आईआईटी बॉम्बे में प्रवेश को लेकर सर्वाधिक क्रेज़ देखने को मिलता है। संस्थान की ब्रांड वैल्यू, शानदार प्लेसमेंट और मुंबई जैसे महानगर में स्थित होने के कारण यह टॉप रैंकर्स की पहली पसंद बना हुआ है।
शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए आईआईटी बॉम्बे में कुल 1204 सीटें उपलब्ध हैं, जिनमें से बीटेक पाठ्यक्रम में 1006 सीटें, बीएस पाठ्यक्रम में 118 सीटें और डुएल डिग्री (बीटेक एमटेक) में 80 सीटें शामिल हैं। टॉप रैंकर्स के लिए कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग सर्वप्रथम प्राथमिकता रहती है, किंतु सीटें सीमित होने के कारण यह केवल शीर्ष रैंक धारकों को ही मिल पाती है। ऐसे में बीएस इन इकोनॉमिक्स और बीएस इन मैथमेटिक्स जैसे पाठ्यक्रम भी तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।
जोसा काउंसलिंग 3 जून से संभावित देशभर के 23 आईआईटी संस्थानों की लगभग 18,000 बीटेक, इंटीग्रेटेड एमटेक और डुएल डिग्री सीटों पर प्रवेश के लिए जोसा काउंसलिंग के 3 जून से आरंभ होने की संभावना है। फिलहाल जोसा की आधिकारिक वेबसाइट पर सीट मैट्रिक्स जारी नहीं किया गया है।