जिले के देवरी क्षेत्र के नौनेरा गांव में कुन्नू नदी उफान पर आने से गांव जलमग्न हो गया। तिलगवा गांव के मकान एक-एक मंजिल तक डूब गए। भारी बारिश को देखते हुए जिला कलक्टर ने हाईअलर्ट जारी कर दिया है।बारां जिला मुख्यालय समेत शाहाबाद, किशनगंज, मांगरोल, अटरू में सोमवार को भारी बरसात से बाढ़ जैसे हालात हो गए। हाई-वे और इसके किनारे के खेत जलमग्न हो गए।
हाई-वे पर करीब एक फीट पानी की चादर चल रही थी। भंवरगढ़-नाहरगढ़ मार्ग स्थित बरनी नदी की पुलिया तेज बहाव में बह गई। इसके साथ ही 132 केवी की विद्युत लाइन बहने से भंवरगढ़ समेत आसपास के गांवों में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। किशनगढ़ कस्बे में पानी भर गया। भंवरगढ़ थाने में चार फीट पानी भरने से रेकॉर्ड रूम में पानी भर गया।
बारां जिले के कई गांवों का सम्पर्क कटा बारां जिले में भारी बारिश से कई नदी-नाले उफान पर आ गए। इससे कई गांवों का आपस में संपर्क कट गया। बारिश से मांगरोल में 70 साल पुरानी दीवार ढहने से एक बच्चे की मौत हो गई और एक घायल हो गया। किशनगंज में वन विभाग के भवन पर बिजली गिरने से दीवार में छेद हो गया।
कोटा के ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी बारिश इसी तरह कोटा जिले में भी दिनभर बारिश का दौर जारी रहा। जिले के इटावा क्षेत्र में चंबल व पार्वती नदी में पानी की जोरदार आवक होने से कई मार्ग अवरुद्ध हो गए। इटावा क्षेत्र में झमाझम बारिश से नाले उफान पर रहे। कोटा रोड सूखनी नदी की पुलिया के एक किनारे पर गड्ढों में पानी भर गया। इससे आवागमन में परेशानी उठानी पड़ी। गेंता रोड पर सड़क पर दो फीट पानी बहा। उधर, बूंदी और झालावाड़ में हल्की बारिश हुई।
बारिश से जनजीवन प्रभावित – शाहाबाद घाटी में पिंडासिल के पास भूस्खलन से चट्टाने हाई-वे पर आ गिरी। इससे यातायात बाधित हो गया। – जलवाड़ा में बरनी नदी की पुलिया टूटने से बारां से संपर्क कट गया। छत्रगंज-जलवाड़ा की रपट भी टूटी।
– नाहरगढ़ में मूसलाधार बारिश से बांदीपुरा तालाब टूटा। – नाहरगढ़ के पास सुंडा रामपुरिया में पार्वती नदी के टापू में फंसे छह ग्रामीणों को एसडीआरफ टीम ने रेस्क्यू किया। – कस्बा थाना इलाके में पलको नदी में पुल निर्माण के दौरान काम करने वाले मजदूरों के गैस सिलेंडर सहित अन्य सामान बह गए। नदी में एक ट्रक फंस गया।
– अटरू के पास पार्वती-किशनपुरा बांध पर 12 फीट की चादर चल रही है। यहां पर हाई लेवल ब्रिज के पिलर बहाव में 25 फीट तक डूब गए। – कोटा में पार्वती, चंबल और कालीसिंध नदियों में पानी की भारी आवक।
– कोटा जिले के खातौली से सवाईमाधोपुर मार्ग पर आवागमन बंद। – कैथूदा झरेल बालाजी में चंबल नदी पुलिया पर 6 फीट की चादर।