इस बीच यहां मौजूद अधिकारियों ने महिलाओं को बात करने के लिए दफ्तर में बुलाया। इस बीच इनमें से कुछ महिलाएं ब्लाउज और पेटीकोट में ही प्रदर्शन करते हुए
एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। दफ्तर से महिलाओं के इस तरह प्रदर्शन का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा तो इसे देखकर अधिकारियों के भी होश उड़ गए।
महिलाओं ने लगाया आरोप-नहीं दे रहे नौकरी दफ्तर में आकर धरना देने वाली महिलाओं ने प्रबंधन पर आरोप लगाया कि एसईसीएल कुसमुंडा खदान के लिए उनकी जमीन का अधिग्रहण वर्षों पूर्व किया गया था, लेकिन अब तक उनको नौकरी नहीं मिली है। बार-बार एसईसीएल कार्यालय के चक्कर लगाकर थक चुकी हैं और इस तरह से धरना और प्रदर्शन के लिए वे मजबूर हैं। महिलाओं ने कहा कि वह पहले आंदोलन के दौरान जेल भी जा चुकी हैं।
कुसमुंडा क्षेत्र में कुछ परियोजना प्रभावित लगातार निर्धारित नियमों के अलावा रोजगार और मुआवजे की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को बातचीत के लिए महाप्रबंधक कार्यालय में बुलाया गया था। लेकिन संबंधितों द्वारा अप्रत्याशित रूप से इस तरह का प्रदर्शन व इसका वीडियो बनाया गया जो दु:खद है। स्थानीय प्रशासन ने भी इसका संज्ञान लिया है। प्रबंधन बातचीत के लिए तैयार है।-सनीश चंद्र, पीआरओ, एसईसीएल