मामला शुक्रवार को प्रकाश में आया। गांव तौलीपाली से लगे जंगल में एक महिला की लाश देखकर ग्रामीणों ने सूचना पुलिस को दी। टीम मौके पर पहुंची। घटना स्थल पर मौजूद सबूत को देखकर पुलिस को संदेह हुआ। जांच में हाथियों के पैर के निशान मिलीे। पुलिस ने जांच में मदद के लिए वन विभाग की टीम को भी बुलाया।
पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने घटनास्थल पर बिखरे सबूत के आधार पर महिला की मौत के कारण को ढूंढने का प्रयास किया। वन विभाग की ओर से बताया गया कि जिस स्थान पर महिला की लाश मिली वहां हाथियों के पैर के निशान हैं। इसे देखकर पुलिस और वन विभाग महिला की मौत का कारण
हाथी का हमला मान रही है।
महिला के शरीर पर चोट के जो निशान मिले हैं वह भी हाथियों के हमले जैसे हैं। महिला कौन है? कहां की रहने वाली है? यह स्पष्ट नहीं हुआ है। वन विभाग की ओर से शव को पहचान के लिए कोरबा मेडिकल कॉलेज की मरच्यूरी में रखवाया गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को बताया है कि गांव के आसपास महिला दो-तीन दिन से भटक रही थी। उसकी पहचान हो सके इसके लिए पुलिस ने आसपास के गांव में मुनादी कराई है।
22 हाथियों का झुंड
वनमंडल कोरबा अंतर्गत वन परिक्षेत्र कुदमुरा में 22 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है। इसमें दो लोनार हाथी हैं, जो झुंड से अलग चल रहे हैं। आशंका है कि लोनार हाथियों ने ही महिला को मारा होगा।