कर्मचारियों ने कलिंगा कंपनी में काम करने वाले लाइजनर के अलावा 10 अन्य लोगों पर केस दर्ज करवाया है जबकि कंपनी की ओर से तीन ड्राइवरों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभी किसी भी आरोपी की गिरतारी नहीं हुई है। विवाद की शुरुआत ठेका मजदूरों को काम से हटाने को लेकर शुरू हुई।
जानें पूरा मामला
बताया जाता है कि एसईसीएल के मानिकपुर कोयला खदान में कलिंगा कोल कंस्ट्रक्शन (केसीसी) कंपनी काम करती है। कंपनी का काम समाप्त होने की ओर है। इससे पहले ही कंपनी ने अपनी गाड़ियों को यहां से दूसरी साइट गेवरा में भेजना शुरू कर दिया है। कंपनी में काम करने वाले ड्राइवरों पर इसका असर पड़ रहा है। कंपनी उन्हें बाहर कर रही है। कंपनी का कहना है कि गाड़ी नहीं है इसलिए काम पर कैसे रखा जाए। इसी मसले को लेकर शनिवार शाम लगभग 4 बजे मानिकपुर खदान से प्रभावित ग्राम भिलाईखुर्द में रहने वाले कुछ युवक जिसमें सुरेश पटेल, समेश पटेल और उदय पटेल भी शामिल थे। कलिंगा के मानिकपुर खदान क्षेत्र में स्थित कार्यालय पहुंचे थे। वे कंपनी को अर्जी देकर ड्यूटी नियमित देने की मांग कर रहे थे। इसी बात को लेकर कार्यालय में मौजूद कंपनी के लाइजनर चक्रधर मोहंती एवं दीपक डे के अलावा अकाउंटेंट एलेश पी आनंद के साथ विवाद हुआ।
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एक-दूसरे को रॉड-डंडे से पीटा, लात-घुसे भी चले
मामला इतना बढ़ गया कि उनके बीच गाली-गलौज शुरू हो गया और दोनों एक-दूसरे से भिड़ गए। कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों ने ड्राइवर सुरेश पटेल, समेश पटेल, उदय पटेल सहित अन्य के साथ मारपीट शुरू कर दिया। ड्राइवर भी कर्मचारियों से उलझ गए और उन्होंने भी पीटा। दोनों पक्षों के बीच रॉड और डंडे भी चले जिसमें चक्रधर मोहंती और दीपक डे के अलावा कई लोग घायल हो गए।
भूविस्थापित ड्राइवरों को भी चोटें आई। दोनों पक्षों को अस्पताल पहुंचाया गया। इस मामले में कलिंगा के अकाउंटेंट एलेश पी आनंद की रिपोर्ट पर पुलिस ने सुरेश पटेल, समेश पटेल और उदय पटेल पर बीएनएस की धारा 1152 (2), 296, 3 (5), 324 (4), 351 (2) के तहत केस दर्ज किया है।
यह एफआईआर सिविल लाइन थाना में दर्ज किया गया है। इसी मामले में दूसरा एफआईआर मानिकपुर चौकी में भूविस्थापित ड्राइवरों की ओर से दर्ज कराया गया है। इसमें चक्रधर मोहंती, दीपक डे और एलेश के अलावा दफ्तर में मौजूद 10 कर्मचारियों पर मारपीट का आरोप लगाया गया है। भूविस्थापितों का कहना है कि दफ्तर में मौजूद बाउंसरों ने भी उन्हें पीटा।