मुख्यमंत्री यहां विश्व सिकलसेल दिवस पर आयोजित स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में उपस्थित जन समुदाय को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 266 करोड़ के 24 विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन किया। सिकलसेल के मरीजों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृति के प्रमाण पत्र, अन्य योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ बांटे।
ये मंत्री और नेता रहे मौजूद
कार्यकम खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, विधायक सचिन बिरला, राजकुमार मेव, बालकृष्ण पाटीदार, छाया मोरे, जिला भाजपा अध्यक्ष नंदा ब्राह्मणे, जिला पंचायत अध्यक्ष अनु बाई तंवर, उपाध्यक्ष बापूसिंह परिहार, जितेन्द्र सुराणा, रामेश्वर सिनगुने, संजय मुछाला, बलीराम पटेल, कलेक्टर भव्या मित्तल, एसपी धर्मराज मीणा मौजूद थे। आप जीत नहीं दिला पाए, कोई बात नहीं, विकास कार्य होंगे
मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा- क्षेत्र के खनगांव से खेड़ीखुर्द मार्ग पर 5 करोड़ का पुल निर्माण किया जाएगा। बांसवा से घोसला मार्ग पर सिड़कुई नदी पर 6 करोड़ के पुल बनाएंगे। भीकनगांव से झिरन्या तक सड़क निर्माण के लिए 38 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। बेड़िया एवं बासवा बायपास निर्माण के लिए 21 करोड़ रुपए स्वीकृत किए जाएंगे। बेड़िया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का सामुदायिक में उन्नयन किया जाएगा। बड़वाह में 100 बेड का अस्पताल बनाएंगे। मुयमंत्री ने यहां एक पेड़ मां के नाम के तहत आम का पौधा लगाया।
मूंग खरीदी पर कांग्रेस पर तंज
मूंग खरीदी को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए सीएम ने कहा-कांग्रेस कहती है हमने मांग की, तब मूंग खरीदी शुरु हुई। अरे बाबू! यह मूंग और मूंग की दाल। तुहारे काकाजी ने भी देखा था, खेत में तीसरी फसल का जमाना। अपने बाप-दादाओं के पाप की माफी मांग लो। यह कांग्रेस का ही पाप था, दो फसल तो छोड़ो एक फसल के लाले पड़ते थे। उन्होंने राह-वीर योजना पर कहा- यदि कोई व्यक्ति सडक दुर्घटना में घायल को अस्पताल पहुंचाता है. उसे 25 हजार रुपए का इनाम सरकार देगी।
कांग्रेस पर भरोसा किया तो पीढ़ियां कर दी बर्बाद
सीएम ने कहा- कांग्रेस किस मुंह से जनता को कहती है कि भरोसा करो। अरे हमने 55 साल भरोसा किया, मगर तुमने कई पीढ़ियां बर्बाद कर दी। विकास नहीं हुआ। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के क्षेत्र में आज जो आनंद दिख रहा है वह भाजपा के कारण है। वर्ष 2003 के पहले बिजली चलाने के लिए किसान जद्दोजहद करते थे। इनवर्टर चलाने के लिए डीजल की जुगाड़ में डिब्बा लेकर घुमते थे। आज गांव में चौबीस घंटे, खेतों में आठ घंटे बिजली मिल रही है। प्रति व्यक्ति आय 11 हजार रुपए प्रतिमाह थी, आज 1.52 लाख हुई है।