कानपुर से 20 युवकों का दल ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग के दर्शन करने आया था। शनिवार को सुबह सभी युवक ब्रह्मपुरी घाट पर स्नान कर रहे थे। घाट पर पानी कम होने से नदी में कुछ दूर जाकर युवक नहा रहे थे। तभी कानपुर निवासी कृष्णा पिता संतोष साहू (21) गहरे पानी में चला गया ओर डूबने लगा। यह देख उसे बचाने पास ही खड़े उसके दोस्त ने नदी में छलांग लगा दी। वह कृष्णा को बाहर निकालने का प्रयास कर रहा था, तभी कृष्णा ने घबराहट में उसे जकड़ लिया। इससे वह भी डूबने लगा। बीच वहां खड़े साथी लोगों को मदद के लिए पुकारते रहे। उनकी आवाज सुन एसडीआरएफ जवान, नाविक और गोताखोर आए। उन्होंने डूब रहे युवक को बचा लिया। कुछ देर बाद कृष्णा को भी बाहर निकाल लिया, लेकिन उसकी मौत हो गई थी।
ये भी पढ़े –
एमपी में बड़ा फर्जीवाड़ा, 20 हजार मासिक वेतन पाने वाले हेल्पर को 9 माह में मिले लाखों रोकने पर भी नहीं माने
एसडीआरएफ के जवान का कहना है कि मैं ओर मेरा एक साथी ब्रह्मपुरी घाट पर ड्यूटी कर रहे थे। इस दौरान युवकों को गहरे पानी तरफ जाते देखा। उन्हें रोकने का प्रयास भी किया, बताया की वहां गहरा है उधर मत जाओ लेकिन वे नहीं माने। कुछ देर बाद हादसा हो गया।
कानपुर से 20 युवकों का दल ओंकारेश्वर आया हुआ है। ब्रह्मपुरी घाट पर नहाते समय इस दल के एक युवक कृष्णा साहू की मौत हो गई। मर्ग कायम कर परिवार को जानकारी दे दी गई है। घाटों पर पानी को लेवल सामान्य नहीं रहने से इस तरह की घटनाएं हो रही है।– अनोकसिंह सिंदिया, मांधाता थाना प्रभारी।
ये भी पढ़े –
एमपी में 8 साल की बच्ची ने 5 साल की बच्ची को खूब मारा फिर मांग में लगाया सिंदूर और काटे बाल जल स्तर सामान्य नहीं होने से हो रही घटनाएं
ओंकारेश्वर में घाटों पर पानी का लेवल कभी सामान्य नहीं रहता। टरबाइन नहीं चलने ओंकारेश्वर डेम से पानी नहीं छोड़ा जाता। जिससे घाटों पर पानी नहीं रहता। बाहर से आने वाले श्रद्धालु नदी में उतरकर खोह व ठहरे हुए पानी में या नदी के बीच नहाने पहुंच जाते हैं। उन्हें पता नहीं होता की यहां पानी कितना गहरा है और खोह है। इससे दुर्घटनाएं अधिक हो रही है। ओंकारेश्वर नाविक संघ के सचिव अरुण वर्मा का कहना है कि ओंकारेश्वर के प्रत्येक घाटों पर ओंकारेश्वर बांध से पानी का लेवल सामान्य ना होने के कारण इस तरह की घटनाएं बढ़ती जा रही है।