सहकारी समितियों पर खाद पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रही खाद
निमाड़ ( खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, बड़वानी ) में यूरिया खाद की डिमांड कम नहीं हो रही है। खरीफ सीजन में एक फरवरी से लेकर अब तक 64 रैक ( 166400 मीट्रिक टन ) खाद की आपूर्ति हो चुकी है। इसमें यूरिया, डीएपी, पोटाश समेत अन्य खाद शामिल है। इसके बावजूद सहकारी समितियों पर खाद पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रही है। अब तक आई रैक में सबसे अधिक मात्रा खंडवा को मिला है। इसके बाद यहां की सोसायटी पर खाद का स्टाक खत्म हो गया। इससे केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। डबल लॉक में भी खाद खत्म हो गई। अधिकारियों ने फील्ड में वितरण के दौरान इसका फीड बैक लिया तो पता चला कि मक्का का रकबा चार गुना बढ़ गया है। 22 हजार हेक्टेयर से सीधे 90 हजार हेक्टेयर में पहुंच गया है।
खंडवा में मक्का का रकबा चार गुना बढ़ा, यूरिया की खपत बढ़ी
खंडवा में पिछले साल 22 हजार हेक्टेयर में मक्का की बोवनी हुई थी। चालू वर्ष में मक्का की बोवनी करीब 90 हजार हेक्टेयर हो गई है। कृषि अधिकारी नितेश कुमार यादव का कहना है कि वैज्ञानिकों की सलाह है कि मक्का अनाज की श्रेणी में आता है। सामान्य तौर पर प्रति हेक्टेयर 120 से 130 किला नाइट्रोजन की जरूरत होती है। जबकि सोयाबीन को 30 से 40 किलो लगता है। हालांकि मिट्टी परीक्षण के आधार पर नाईट्रोजन तय होता है। लेकिन वैज्ञानिकों की सलाह यही है।सहकारी समितियों पर
खाद नहीं पसरा सन्नाटा, पुनासा में सौंपा ज्ञापन
सहकारी समितियों पर यूरिया खाद नहीं होने से सन्नाटा पसरा हुआ है। सोमवार को भारतीय किसान संघ पुनासा ने तहसील में ज्ञापन देकर खाद उपलब्ध कराए जाने की मांग की है। किसान नेताओं ने एसडीएम को बताया कि सहकारी समिति खूटा में एक ट्रक खाद आई है। पोर्टल पर दर्ज नहीं होने के कारण वितरण नहीं की जा रही है। पुनासा नकद बिक्री केंद्र पर पीओएस मशीन में दर्ज नहीं होने से डीएपी व यूरिया का वितरण नहीं हो रहा है। बरुढ़ सोसायटी में खाद का स्टाक खत्म हो गया। केंद्र पर सन्नाटा पसरा हुआ है। इस गांव के कई किसान यूरिया के लिए खंडवा पहुंचे हुए हैं।
डबल लॉक पर बढ़ाई लिमिट, फिर भी कमी
इंदौर रोड पर स्थित डबल लॉक पर जिला विपणन अधिकारी श्वेता सिंह ने प्रत्येक पावती पर यूरिया की मात्रा बढ़ा दी है। इसके बाद भी डिमांड कम नहीं हो रही है। कोटहा गांव के गोपाल सिंह तोमर तीन पावती लेकर पहुंचे। दो पावती पर नौ बोरी यूरिया मिली है। सोमवार को डबल लॉक में यूरिया सिर्फ 400 बोरी बची थी। बाहर 200 किसान लेने के लिए खड़े रहे। ज्यादातर किसानों को बैरंग लौटना पड़ा। इधर, डीडीए का कहना है कि खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कल रैक आने वाली है। जैसे-जैसे रैक आ रही है। सीधे सोसायटी पर भेजी जा रही है।
खंडवा, बुरहानपुर में 24 हजार किसान डिफाल्टर
खंडवा, बुरहानपुर में सहकारी समितियों पर 24 हजार किसान डिफाल्टर हैं। ऐसे किसानों को सहकारी समितियों पर खाद नहीं मिल रही है। इन्हें डबल लॉक और विपणन समितियों पर नकद में खाद दी जा रही है। समितियों पर रेगुलर किसानों के दबाव के चलते डिफाल्टर किसानों की भीड़ नकद केंद्रों पर बढ़ गई है। इससे सीजन में व्यवस्था चरमरा गई है।फैक्ट फाइल खाद …रैक यूरिया… 38 पोेटाश …03 डीएपी …07 काम्लेक्स …15 आंकड़े प्रशासन को भेजी गई रिपोर्ट से लिए गए हैं ।
इनका कहना : नितेश कुमार यादव, डीडीए
खाद पर्याप्त मात्रा में है। सभी किसानों को खाद केंद्रों पर मिल रही है। मंगलवार को भी रैक आने वाली है। जिन केंद्रों पर खाद नहीं हैं वहां तत्काल खाद भेजी जाएगी।