शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
योगी सरकार के कई स्कूलों को बंद कर कंपोजिट विद्यालय बनाए जाने के फैसले पर अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी इसके खिलाफ है। प्रदेश सरकार नौकरी नहीं देना चाहती है, इसी कारण स्कूलों को कम करना चाहती है। सरकारी नौकरी नहीं देने का मतलब आरक्षण को छीनना है। इसी कारण सरकार ऐसा कर रही है।
‘स्कूल बंद कर रही सरकार’
सीएम योगी के डी कंपनी वाले बयान पर पलटवार करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जब बीजेपी जनता के बुनियादी सवालों का जवाब नहीं दे पाती है तो इसी तरह की बेफिजूल की बातें करती रहती है। मुझे लगता है कि उन्हें जनता से जुड़े मुद्दों पर बात करनी चाहिए। बीजेपी ऐसी बातें उठाकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश करती है।
‘योगी सरकार के एक्सप्रेसवे असल में फोर लेन सड़कें हैं’
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि सरकार ने जो एक्सप्रेसवे बनाए हैं, वो एक्सप्रेसवे नहीं हैं। सीएम योगी को कौन समझाए। वे फोर लेन रोड हैं। यह सरकार केवल प्रदेश की जनता को धोखा देने का काम कर रही है। जिला पंचायत से लेकर अन्य विभागों में बड़े पैमाने पर लूट मची है। निचले स्तर से ऊपर तक भ्रष्टाचार है। योगी सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है और सरकार की नीतियां जनता के हित में नहीं है। हमें लगता है कि सही समय आने पर जनता इसका हिसाब लेगी। योग और ध्यान से जनता का ध्यान भटकाने का आरोप
अखिलेश यादव ने कहा कि महंगाई और बढ़ेगी। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार और मुनाफाखोरी बढ़ गई है। आज सोना महंगा है, अगर गरीब परिवार अपनी बेटी की शादी करना चाहेगा तो कैसे कर सकता है। मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए यह लोग योग करा रहे हैं। बीजेपी के लोग नदी में स्नान करें और फिर योग करें। झूठ का प्रचार कैसे किया जाता है, भाजपा से बेहतर कोई नहीं जानता है।