पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें महिला ने लिखा है कि बीमारी से तंग आकर मैं और मेरे पति अब दुनिया से जा रहे हैं। हमारे बेटों को परेशान मत करना।
एएएसआई रतन लाल ने बताया कि मृतक दम्पती के पड़ोसी महेंद्र दाधीच को सुबह से घर के आसपास बदबू आई। दोपहर होते होते बदबू के कारण सांस लेना मुश्किल हो गया तो उन्होंने छत पर जाकर देखा।
मकान में कूलर चल रहा था, लेकिन कोई हलचल नहीं दिखी। इस पर पालिका अध्यक्ष मनीष कुमार को जानकारी दी गई। बाद में पालिकाध्यक्ष की सूचना पर मुकुंदगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ कर अंदर दाखिल हुई। वहां दोनों अलग अलग चारपाई पर मृत पाए गए। इस पर एफएसल और एमओबी टीम को मौके पर बुलवाकर सैंपल लिए गए। पुलिस ने मृतकों के पुत्र विकास को सूचना दी।
आसपास पड़ोस के लोग करते थे मदद
मोहल्लेवासी महेश पासोरिया के अनुसार मृतक दम्पती मकान में अकेले ही रहते थे और अक्सर बीमार रहते थे। उन्होंने बताया कि बीमार होने पर पड़ोसी और आसपास के लोग ही अस्पताल ले कर जाते थे और खाने-पीने की व्यवस्था भी करते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि तीनों बेटों में से कोई भी बुजुर्ग दम्पती को साथ नहीं रखते थे।
एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार
पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और शाम को शव परिजनों को सौंप दिए। दम्पती का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया।