उम्मीद है कि वे जल्द ही कार्यभार ग्रहण करेंगे। इस नियुक्ति के साथ ही जिले में प्रशासनिक व्यवस्था को गति मिलने की संभावना है, हालांकि पुलिस अधीक्षक का पद पिछले 40 दिनों से रिक्त है।
कलक्टर को CS की नाराजगी पड़ी भारी
इससे पहले, शनिवार देर रात जारी तबादला सूची में झुंझुनूं के तत्कालीन जिला कलेक्टर रामावतार मीणा का तबादला जयपुर में निदेशक, विभागीय जांच के पद पर किया गया था। सूत्रों के अनुसार, 20 मई को सीकर में मुख्य सचिव सुधांश पंत द्वारा ली गई बैठक में मीणा से कुछ सवाल पूछे गए थे, जिसके जवाब से मुख्य सचिव संतुष्ट नहीं थे। इस घटना के बाद से ही उनके तबादले की अटकलें तेज हो गई थीं। आखिरकार, सरकार ने मीणा को हटाकर डॉ. गर्ग को जिम्मेदारी सौंपी।
पुलिस अधीक्षक का पद 13 मई से खाली
वहीं, झुंझुनूं में पुलिस अधीक्षक का पद 13 मई से खाली है, जब तत्कालीन एसपी शरद चौधरी को सरकार ने एपीओ (अवेटिंग पोस्टिंग ऑर्डर) कर दिया था। इसके बाद 20 मई को आईपीएस लोकेश सोनवाल को झुंझुनूं का एसपी नियुक्त किया गया था, लेकिन उन्हें मौखिक आदेश देकर जॉइन करने से रोक दिया गया। तब से जिले में एसपी का पद रिक्त है, जिससे कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर प्रशासन को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।