जानकारी के अनुसार लहचूरा थाना क्षेत्र के गांव धवाकर निवासी छत्रपाल एलएनटी मशीन चलाता है। बीती देर रात वह ललितपुर के गांव लागोन निवासी कृष्णदेव (22) बेटा सोवरन, धवाकर निवासी सचिन कुशवाहा (24) बेटा रामेश्वर, कासगंज के शाहपुर निवासी सोमेन्द्र प्रताप सिंह (25) बेटा बीरेन्द्र सिंह, खुशीराम (21) बेटा विनोद कुमार के साथ मोंठ के सौजना घाट पर बालू निकालने गया था। इसके बाद सभी ने खाया और आराम से सो गए। सुबह जब आंख खुली तो चारों तरफ पानी ही पानी था।
बेतवा का रौद्र रूप देख सभी दहशत में आ गए और मदद की गुहार लगाने लगे। करीब साढे़ चार बजे इन लोगों ने फोन लगाकर अपने साथियों को खबर की तो हड़कंप मच गया। सूचना पर एसपी सिटी ज्ञानेंद कुमार सिंह, मोंठ उपजिलाधिकारी अवनीश तिवारी, सीओ अजय श्रोतिय, कोतवाली मोंठ थाना प्रभारी अखिलेश द्विवेदी, सर्किल के थानों की फोर्स के साथ के पहुंचे।
रात में सामान्य थी बेतवा
छत्रपाल, सचिन ने बताया कि रात को जब बालू निकालने गए थे तो बेतवा नदी का जलस्तर सामान्य था। आसानी से सभी लोग टीले तक पहुंच गए। बालू के टीले पर खाना खाया और वहीं सो गए। कुछ लोग दूसरे टीले पर थे। लेकिन, जब सुबह आंख खुली तो दंग रह गए। चारों तरफ पानी ही पानी नजर आया।
डैम के फाटक खोलकर 648 क्यूसेक पानी छोड़ा
पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश सहित झांसी में इन दिनों अच्छी बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश बेतवा नदी के करीब बने पारीछा बांध का अचानक जलस्तर बढ़ गया। अधिक पानी आने से बांध के फाटक खोलकर 648 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। सूत्रों की मानें तो पानी आने से आगे भी निकासी की संभावना है। सूत्र बताते हैं सोमवार को बांध से 23 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाना है।