जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि थाना असनावर की टीम सोमवार देर रात नाकाबंदी के दौरान जांच कर रही थी। इसी दौरान अकलेरा की तरफ से एक वैन आई। इस वैन में कंवरपुरा निवासी गोरधन, झीकडिय़ा निवासी फूलचंद, अंजना बाई, कैला बाई, ममता बाई और गीता बाई बैठी हुई थी। एक महिला की गोदी में छोटा बच्चा भी था। पुलिस टीम को देखकर वे घबरा गए। इस पर पुलिस ने वैन की तलाशी ली तो अंदर 1 किलो 574 ग्राम स्मैक मिली।
पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह स्मैक उन्हें दुर्जनपुरा हाल घाटोली निवासी हेमन्त तंवर ने दी थी। इसे उन्हें जयपुर में रामनगर निवासी राजेश उर्फ राजू को डिलीवर करना था। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए हेमन्त तंवर और राजेश को भी डिटेन कर लिया। राजेश को जयपुर से झालावाड़ लाया जा रहा है। अब पुलिस हेमन्त और राजेश से पूछताछ करेगी कि स्मैक की इतनी बड़ी खेप वे कहां से लाए और इसकी सप्लाई किसे करनी थी। उनसे पूछताछ कर पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया जाएगा।
महिलाओं को बनाया ढाल
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गोरधन और फूलचंद ने अपने साथ चार महिला तस्करों को ढाल बनाया। ये चारों महिलाएं उनके ही परिवार की है। उन्हें लगा कि रास्ते में नाकाबंदी के दौरान पुलिस रोकती है तो महिलाओं और बच्चों को देखकर उनकी तलाशी नहीं लेगी और जाने देगी। वैन रोकने पर उनके चेहरे पर घबराहट देखकर पुलिस को शक हुआ तो वैन की तलाशी ली। उन्होंने वैन की सीट के नीचे छिपा रखी थी। पुलिस यह पता कर रही है कि ये महिलाएं पहले भी स्मैक ले जा चुकी है या पहली बार ले जा रही थी। वे कब से इस धंधे में लिप्त है।