घटना के संबंध में पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रेमिका की कहीं और शादी की बात को लेकर आरोपी नाराज था, और उसी ने मृतिका की गला दबाकर पहले हत्या की फिर उसी की चुनरी से फांसी का फंदा लगाकर लाश को पेड़ पर टांग दिया था। बताया जा रहा है कि पुलिस ने मृतिका के फोटो में दिखे, पैर में लगे चोट के निशान से पुलिस को संदेह हुआ फिर पुलिस आरोपी तक पहुंची। ज
बकि डॉक्टर की मेडिकल रिपोर्ट में सुसाइडल लिखा था, लेकिन शक की बुनियाद पर पुलिस के द्वारा विशेषज्ञ मेडिकल टीम से फिर से शव का परीक्षण कराया गया। प्रोफेशनल तरीके से मामले का खुलासा करने पर टीआई संत लाल आयाम के लिए एसएसपी ने नगद ईनाम की घोषणा की है।
ऐसे पकड़ में आए आरोपी
इसी दौरान पुलिस को मालूम चला कि मृतिका का प्रेम संबंध गांव के ही आरोपी प्रमोद राम के साथ कई वर्षों से चल रहा था। मृतिका की शादी घर वालो ने कहीं और तय कर दी थी। पुलिस ने जब उस दिशा में अपनी जांच तेज की पुलिस को मुखबीर के जरिए मालूम चला कि घटना दिनांक को आरोपी प्रमोद राम मृतिका प्रतिमा बाई से मिलने जंगल गया था व पुलिस की टेक्निकल टीम की मदद से भी यह बात स्पष्ट हो गई किए मृतिका की फोन पर अंतिम बार आरोपी प्रमोद राम से ही बातचीत हुई थी। इसके बाद संदेही आरोपी प्रमोद राम को अभिरक्षा में लेकर मनोवैज्ञानिक पूछताछ पर आरोपी प्रमोद राम टूट गया और बताया कि वह और मृतिका प्रतिमा बाई के मध्य काफी समय से प्रेम संबंध था और मृतिका प्रतिमा बाई की शादी उसके घर वालों ने कहीं और तय कर दी थी। इसी बात को लेकर वह घटना दिनांक को मृतिका प्रतिमा बाई को फोन कर मिलने के लिए जुल्फी टोंगरी जंगल में बुलाया।
इस दौरान वह शराब भी पिया हुआ था, जंगल में मिलने के दौरान उपजे विवाद में आरोपी मृतिका प्रतिमा बाई की गला दबा दिया। जिससे मृतिका बेहोश हो गई तब आरोपी ने मृतिका की चुनरी से फांसी का फंदा बनाकर पेड़ में टांग दिया, जिससे मृतिका की मौत हो गई और वह चुपचाप अपने घर लौट गया।
कलेक्टर ने बीएमओ को जारी किया नोटिस
अब
हत्या के खुलासे के बाद कलेक्टर रोहित व्यास ने पोस्टमार्टम में लापरवाही बरतने पर बगीचा बीएमओ सुनील लकड़ा को स्पष्टीकरण देने नोटिस जारी किया है। एसएसपी जशपुर शशि मोहन सिंह ने प्रारंभिक मर्ग जांच करने वाले सहायक उप निरीक्षक अजीत लाल टोप्पो से भी स्पष्टीकरण मांगा है। डॉक्टर द्वारा लापरवाही पूर्वक पीएम करते हुए पीएम रिपोर्ट को सुसाइडल लेख किया गया था, लेकिन मृतिका के परिजनों के द्वारा किसी के द्वारा हत्या कर शव को फांसी में टांग देने की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर से की गई थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी बगीचा को सूक्ष्मता से जांच करने का निर्देश दिए थे। जांच में मृत्यु संदेहास्पद पाए जाने से पीएम रीपोर्ट को मय फोटोग्राफ केस डायरी सहित फॉरेंसिक मेडिसिन विशेषज्ञ, मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर भेजा गया। फॉरेंसिक मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ रवि किरण तिर्की व डॉ सुनील खाखा के द्वारा जांच उपरांत अपनी रिपोर्ट में मृत्यु का कारण गला दबाकर हत्यात्मक लेख करने पर पुलिस के द्वारा थाना बगीचा में हत्या के लिए बीएनएस की धारा 103-1, 238 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया।
पुलिस ने बहुत ही प्रोफेशनल तरीके से काम करते हुए अंधे कत्ल का खुलासा कर लिया है। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा चुका है। – शशि मोहन सिंह, एसएसपी जशपुर