स्वर्ण मुकुट से सजी समाधि
दूज के अवसर पर समाधि पर शनिवार को श्रवण मुकुट स्थापित किया गया। सुबह अभिषेक के बाद बाबा की समाधि पर श्रवण मुकुट स्थापित किया गया। शुक्ल पक्ष की दूज के दिन बाबा की समाधि पर श्रवण मुकुट लगाया जाता है। श्रद्धालुओं में शुक्ल पक्ष की दूज के दिन बाबा के प्रति आस्था के कारण विशेष पूजा-अर्चना करवाई जाती है और आरती के बाद मुकुट स्थापित किया जाता है।
दो किमी लंबी हुई कतारें
लोक देवता बाबा रामदेव समाधि दर्शन के लिए रामदेवरा आए श्रद्धालुओं के विशाल काफिले से मुख्य बाजार में पैर धरने की जगह नहीं रही। करीब दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शुक्रवार और शनिवार देर शाम को बाबा रामदेव समाधि के दर्शन कर मंगल कामना की, वहीं शनिवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते क्षेत्र में मुख्य मंदिर रोड से लेकर बाफना धर्मशाला तक लंबी कतार लगी रही। लंबी कतारों और विशेष व्यवस्था के बावजूद श्रद्धालुओं को भीषण गर्मी और उमस में 7 से 8 घंटे बाबा रामदेव समाधि दर्शन के लिए लगे। भीषण गर्मी व उमस से बचाव के लिए समाधि समिति की तरफ से विशेष व्यवस्था श्रद्धालुओं के लिए की गई थी।