20 किलोमीटर की सडक़ें, 12 किलोमीटर शेष
कस्बे में 2023-24 में 20 किलोमीटर की 46 सडक़ों की स्वीकृति दी गई थी। इनमें से 7.75 किलोमीटर की 16 सडक़ों का निर्माण करवा दिया गया है। 3 वर्ष बाद भी 12.25 किलोमीटर की 30 सडक़ों का निर्माण कार्य शुरू भी नहीं हो पाया है। ऐसे में सरकार की योजना व स्वीकृत की गई धनराशि का आमजन को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।
हकीकत: जवाबदेही तय नहीं
नगरीय क्षेत्रों में सडक़ों के निर्माण के लिए सरकार की ओर से कस्बे में सार्वजनिक निर्माण विभाग को कार्य दिया गया। विभाग की ढिलाई और जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण 3 वर्ष बाद भी 20 किलोमीटर सडक़ें नहीं बन सकी है। जिसके कारण कस्बेवासी क्षतिग्रस्त सडक़ों से आवागमन को मजबूर हो रहे है। बावजूद इसके न तो जिम्मेदारों की जवाबदेही तय की जा रही है, न ही कोई कवायद हो रही है। फैक्ट फाइल
- 3 वर्ष मिली थी स्वीकृति
- 20 किलोमीटर सडक़ों का करना था निर्माण
- 30 सडक़ों का निर्माण कार्य नहीं हो पाया शुरू
शीघ्र करवाएंगे निर्माण
3 वर्ष पूर्व सडक़ों की स्वीकृति मिली थी। तंग गलियों में कार्य में कुछ परेशानी हो रही है। शीघ्र ही शेष सडक़ों का निर्माण करवा दिया जाएगा।
- हर्षवर्धन डाबी, अधिशासी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग, पोकरण