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जैसलमेर: शहर की मांग प्रतिदिन 17 एमएल, पानी मिल रहा औसतन 11 एमएल, नतीजा: 4-5 दिनों से हो रही जलापूर्ति

सीमावर्ती जैसलमेर शहर में एक बार फिर पीने के पानी का संकट उत्पन्न हो गया है।

जैसलमेरMay 15, 2025 / 08:40 pm

Deepak Vyas

सीमावर्ती जैसलमेर शहर में एक बार फिर पीने के पानी का संकट उत्पन्न हो गया है। शहरी के अंदरूनी हिस्सों से लेकर आवासीय कॉलोनियों व बाहरी भागों में कहीं 96 तो कहीं 120 घंटों के अंतराल में जलापूर्ति की जा रही है। यह आपूर्ति भी निर्धारित समय से कम होने और गर्मी के जोर पकडऩे के चलते लोग पानी-पानी करने को विवश हो गए है। जैसलमेर शहर में प्रतिदिन पानी की कुल खपत 17 मिलियन लीटर है, जबकि पिछले दिनों मोहनगढ़ स्थित बाड़मेर लिफ्ट परियोजना के हेडवक्र्स पर जैसलमेर शहर के लिए दिए जाने वाले पानी का प्रोडक्शन औसतन 11 एमएल ही है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हेडवक्र्स पर एक बार फिर विद्युत आपूर्ति में व्यवधान व वॉल्टेज में उतार-चढ़ाव की समस्या देखी गई है, वहीं पम्प मशीनरी में खराबी के कारण भी कम मात्रा में पानी का उत्पादन हो पा रहा है। इसका खामियाजा सीधे तौर पर शहर के विभिन्न भागों में रहने वाले बाशिंदे भुगतने के लिए मजबूर हैं। उन्हें सैकड़ों रुपए खर्च कर टैंकर से पानी मंगवाना पड़ रहा है। शहर के अंदरूनी हिस्सों में टैंकर की पहुंच भी नहीं हो सकती, लिहाजा वहां के रहवासियों के सामने समस्या और विकट हो गई है। मोहनगढ़ हेडवक्र्स पर गत 14 तारीख को 10.4, 13 को 9.6, 12 को 9, 10 को 12.33 और 9 मई को 12.9 एमएल पानी का उत्पादन किया गया। यह औसतन शहर की कुल खपत से करीब 35 से 40 प्रतिशत कम है।

बढ़ता गया अंतराल

शहर में कुछ अर्सा पहले मुश्किल से जलापूर्ति व्यवस्था सुचारू हो पाई थी। तब तीन दिन यानी 72 घंटों क अंतराल से पीने का पानी मुहैया करवाया जा रहा था। व्यवस्था में वांछित सुधार नहीं आने के चलते यहां के बाशिंदों का धैर्य जवाब देने लगा है। वे नियमित जलापूर्ति के लिए जलदाय विभाग के अभियंताओं व प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं।

मोहनगढ़ में पानी की कमी नहीं

जैसलमेर शहर की जलापूर्ति का महत्वपूर्ण स्रोत मोहनगढ़ स्थित हेड वक्र्स है। वहां पर डिग्गी में इस समय भी 4.10 मीटर का स्तर बना हुआ है। यह डिग्गी 7 मीटर से कुछ ज्यादा गहरी है। ऐसे में कहा जा सकता है कि इसमें पूरे जैसलमेर शहर को लगातार 10 दिनों तक जलापूर्ति की जा सकती है। उधर, अब तो हरिके बैराज से नहरबंदी खत्म होने के बाद पानी की आवक शुरू हो रही है। कुछ दिनों में यह जैसलमेर क्षेत्र में पहुंच जाएगा। दूसरी ओर, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बाड़मेर प्रोजेक्ट की तरफ से प्रतिदिन 6 घंटे और सप्ताह में एक दिन सोमवार को पूरा शटडाउन लिए जाने की घोषणा की गई थी। हालात बिगडऩे के पूरे आसार को देखते हुए जैसलमेर जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता ने अति. मुख्य अभियंता से पत्राचार किया, तब साप्ताहिक शटडाउन टाला गया।

जल संकट से आहत लोग

हमारी कॉलोनी में पिछले कई दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं होने से बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आरओ प्लांट से पीने का पानी और अन्य कार्यों के लिए टैंकर खरीदने पड़ रहे हैं।
  • पुष्पलता व्यास, जैसलमेर
    शहर के अंदरूनी हिस्सों में टैंकर से भी पानी नहीं मंगवाया जा सकता, ऐसे में हमारी परेशानियां और बढ़ गई हैं। विभागीय अधिकारियों से मांग है कि गर्मी के मौसम में सप्लाई सुचारू रखें।
  • गणपतसिंह सिसोदिया, जैसलमेर
    संवेदनशीलता दिखाएं जिम्मेदार
    गर्मी के मौसम में जब पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, ऐसे समय में हम पानी के लिए तरस रहे हैं। जिम्मेदारों को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।
  • नरेश सारस्वत, जैसलमेर

जल्द सुचारू होगी जलापूर्ति

जैसलमेर शहर में कुछ दिनों से पेयजल आपूर्ति में हेडवक्र्स पर बिजली सप्लाई की दिक्कतों व मशीनरी में खराबी से प्रभावित हुई है। इधर मुख्य लाइन में लीकेज आने से भी व्यवस्था में रुकावट आई। गुरुवार को शहर के कई अंदरूनी हिस्सों में पीने का पानी सप्लाई किया गया है। उम्मीद है, शुक्रवार से अन्य हिस्सों में भी व्यवस्था दुरुस्त हो जाएगी।
  • निरंजन मीणा, अधिशासी अभियंता, नगरखंड, जलदाय विभाग, जैसलमेर

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