पूरी रात चला धरना, बड़ी संख्या में लोग रहे उपस्थित
हादसे के बाद धरने की सूचना पर शिव विधायक रविन्द्रसिंह भाटी, पूर्व विधायक शैतानसिंह राठौड़ सहित बड़ी संख्या में लोग मंगलवार को धरनास्थल पर पहुंचे। देर शाम तक भी कोई समझौता नहीं होने के कारण पूरी रात धरना चलता रहा। इस दौरान शिव विधायक भाटी ने रात यहीं बिताई। साथ ही महापड़ाव की चेतावनी दी। बुधवार को सुबह पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी, पूर्व जिला प्रमुख नैनदान रतनू, पूर्व उपप्रधान हजारीदान मोहड़, पोकरण विधायक के निजी सहायक गुलाबसिंह राठौड़, शंभूदान भेलाणी, भैरसिंह डांगरी, कोजराजसिंह राजगढ़, करणीदान झांफली, रघुवीरसिंह, हेमसिंह ओला, देवीसिंह भैंसड़ा, सरपंच अशोकदान ऊजला, मोहनदान कोडा, गिरधरसिंह कोटड़ा सहित सैकड़ों लोग मौके पर एकत्रित हो गए। बुधवार को दोपहर तक चले धरने में लोगों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
आपसी सहमति से धरना किया समाप्त
धरने के दौरान बुधवार को दोपहर सोलर कंपनी के अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों व धरनार्थियों के बीच वार्ता हुई। इसमें कंपनी के प्रतिनिधि सज्जनसिंह शेखावत, प्रशासन की ओर से उपखंड अधिकारी लाखाराम चौधरी, वृताधिकारी भवानीसिंह राठौड़, नायब तहसीलदार माधोसिंह सांकड़ा, नखतसिंह फतेहगढ़, धरनार्थियों की ओर से कैलाशदान, हजारीदान, करणीदान आदि ने कंपनी के कार्यालय में बैठकर बातचीत की। इसमें कंपनी के अधिकारियों ने 30 अगस्त तक 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता पत्नी, माता-पिता के खाते में जमा करवाने, सीएसआर फंड से सार्वजनिक सभाभवन मय वाचनालय का निर्माण करवाने एवं नियमानुसार अन्य सहायता दिलाने और घायल कोजराजसिंह का उपचार का संपूर्ण खर्च वहन करने, जब तक वह स्वस्थ नहीं हो तब तक उसे घर बैठे मानदेय देने एवं स्वस्थ होने के बाद उसे स्थायी नौकरी देने का भरोसा दिलाया। जिस पर परिवारजनों व ग्रामीणों ने धरना समाप्त करने की घोषणा की गई।