इस मामले के बाद सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि विधायक अभिमन्यु पुनिया तथा निर्मल चौधरी को राजस्थान विश्वविद्यालय के कैंपस से पुलिस द्वारा गिरफ्तार करना न केवल जयपुर पुलिस का दोगलापन है बल्कि यह राजस्थान विश्वविद्यालय की स्वायत्तता पर जयपुर पुलिस का सीधा हमला है, मैं इस गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूं, प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा त्वरित संज्ञान लेकर दोनों को तत्काल रिहा करवाएं ।
वहीं पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने कहा कि राजस्थान यूथ कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक अभिमन्यु पूनियां एवं राजस्थान विश्वविद्यालय के निवर्तमान अध्यक्ष निर्मल चौधरी को परीक्षा केंद्र से जबरन हिरासत में लेना अलोकतांत्रिक और अत्यंत निंदनीय है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा सरकार तानाशाही रवैए से चुने हुए जनप्रतिनिधियों और छात्र शक्ति की आवाज़ को कुचलना चाहती है। सरकार का यह कृत्य अस्वीकार्य है। उन्हें अविलंब रिहा किया जाए, अन्यथा कांग्रेस का कार्यकर्ता सड़कों पर आंदोलन करेगा।
वहीं निर्मल चौधरी ने सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी पोस्ट और वीडियो भी शेयर किया है। पुलिस गुंडागर्दी कर रही है और बिना वर्दी के बीच परीक्षा से ले जा रही है। वहीं सांगरिया विधायक अभिमन्यु पूनियां ने भी सोशल मीडिया पर पुलिस पर निशाना साधा है।
बताया जा रहा है कि निर्मल चौधरी राजस्थान विश्वविद्यालय में दर्शन शास्त्र का फोर्थ सेमिस्टर का पेपर देने के लिए गए हुए थे। निर्मल ने आरोप लगाया कि है आज सुबह से ही उनके पीछे जयपुर पुलिस सिविल वर्दी में घूम रही थी। जैसे ही वे एग्जाम देने आए उसी दौरान सिविल ड्रेस में आई पुलिस ने उन्हें जबरन सेंटर से हिरासत में ले लिया।