वॉल तोड़ कर ट्रांसफॉर्मर से चोरी
विजिलेंस विंग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि शिकारपुरा क्षेत्र में संचालित इस फैक्टरी में लंबे समय से बड़े पैमाने पर बिजली चोरी की सूचनाएं मिल रही थीं। शिकायतों के सत्यापन के बाद विजिलेंस टीम, जिसमें सहायक अभियंता उपासना सिंह, इलेक्ट्रिशियन भागीरथ सैनी, वीरेन्द्र राव, कांस्टेबल सरदार और सहायक प्रथम सूरज कुमार बैरवा शामिल थे, ने फैक्टरी पर छापा मारा। केबल को कट-आउट में जोड़कर जुगाड़
जांच में पाया गया कि मैसर्स इस्माइल रबर इंडस्ट्रीज के नाम से पंजीकृत इस यूनिट को औद्योगिक श्रेणी में 250 एचपी लोड का स्वीकृत कनेक्शन मिला हुआ था, लेकिन फैक्टरी के पीछे से दीवार तोड़कर सीधे जयपुर डिस्कॉम के 63 केवीए ट्रांसफॉर्मर से 50 एमएम की केबल को कट-आउट में जोड़कर अवैध रूप से बिजली ली जा रही थी। टीम ने मौके पर बिजली चोरी की वीडियोग्राफी की और अन्य सबूत जुटाए। इसके आधार पर फैक्टरी पर 1.48 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया।
डिस्कॉम के अभियंता बने तमाशबीन
जब विजिलेंस टीम ने फैक्टरी में कार्रवाई की, उस समय सांगानेर के अधिशासी अभियंता राजीव अग्रवाल, एमएंडपी के अधिशासी अभियंता गिरधारी सिंह और शिकारपुरा के सहायक अभियंता कदम वशिष्ठ भी मौके पर मौजूद थे। लेकिन कार्रवाई के दौरान तीनों अभियंता चुपचाप बगलें झांकते रहे, क्योंकि बिजली चोरी उन्हीं के अधिकार क्षेत्र में पकड़ी गई थी।