हालाँकि, SOG ने इस मामले में अभी तक आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है और उनके अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, SOG के कॉन्टेक्ट नंबर भी ‘नो-रिप्लाई’ मोड पर हैं।
PSO नहीं है राजकुमार यादव
जानकारी के मुताबिक, राजकुमार यादव वर्तमान में जयपुर पुलिस लाइन में थे और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दी गई सुरक्षा में हैं। हालांकि, राजकुमार यादव गहलोत के निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) नहीं हैं। जयपुर पुलिस लाइन ने पूर्व मुख्यमंत्री को दो सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराए थे, जिनमें से एक राजकुमार यादव थे। SOG को संदेह है कि राजकुमार और उनके बेटे भरत का पेपर लीक के एक बड़े नेटवर्क से संबंध हो सकता है, जिसके चलते दोनों को हिरासत में लिया गया है।
पेपर लीक का गंभीर मामला
राजस्थान में पेपर लीक के मामले लंबे समय से सुर्खियों में है। SOG ने इस दिशा में पहले भी कई कार्रवाइयां की हैं, लेकिन इस बार पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा से जुड़े एक पुलिसकर्मी की गिरफ्तारी ने मामले को गंभीर बना दिया है। SOG इस मामले में गहन जांच कर रही है ताकि पेपर लीक के इस कथित नेटवर्क का पूरी तरह खुलासा हो सके।
हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू
सूत्रों के मुताबिक SOG ने राजकुमार यादव और उनके बेटे भरत को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी को कुछ ठोस साक्ष्य मिले हैं, जिनके आधार पर यह कार्रवाई की गई। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि राजकुमार यादव और उनके बेटे की इस मामले में क्या भूमिका थी। बताते चलें कि गहलोत की सुरक्षा में शामिल पुलिसकर्मी का इस तरह के गंभीर मामले में नाम आना कई सवाल उठाता है। क्या सुरक्षा जांच की प्रक्रिया में कोई चूक हुई? या फिर यह एक बड़े सिस्टमैटिक नेटवर्क का हिस्सा है? ये ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब SOG की जांच से ही सामने आ सकेंगे। फिलहाल, SOG इस मामले में पूरी तरह गोपनीयता बरत रही है।