इंजन से जुड़ी तकनीकी गड़बड़ियां सबसे ज्यादा
एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, अधिकतर घटनाओं में विमान के इंजन में ही तकनीकी खराबी सामने आई। चिंता की बात यह है कि कई मामलों में केवल सामान्य जांच के आधार पर ही विमान को दोबारा उड़ान की अनुमति दे दी गई, जिससे सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
बीते कुछ महीनों में सामने आए प्रमुख मामले
मई 2025: इंडिगो की जयपुर-चंडीगढ़ लाइट के दोनों इंजनों में खराबी, चंडीगढ़ में इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई।मई 2025: एयर इंडिया एक्सप्रेस की जयपुर-मुंबई लाइट टेकऑफ से पहले ही रद्द, यात्रियों को दूसरी लाइट से भेजा गया।
मार्च 2025: जयपुर-चेन्नई लाइट के टेकऑफ के बाद रनवे पर टायर रबर का बुरादा मिला। वजन कम करने के लिए हवा में फ्यूल टैंक खाली किया गया, फिर सुरक्षित लैंडिंग हुई।
नवंबर 2024: जयपुर-देहरादून लाइट में इंजन की खराबी के कारण दिल्ली में इमरजेंसी लैंडिंग हुई।
अगस्त 2024: जयपुर-भोपाल लाइट टेकऑफ से पहले एप्रन पर लौटाई गई, यात्रियों को दूसरी लाइट दी गई।