Monsoon Update: राजस्थान के किस जिले में कब दस्तक देगा मानसून? अब सिर्फ 14 दिन दूर, यहां देखें IMD का पूरा आंकड़ा
Monsoon Update: राजस्थान में नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद लगभग पूरे प्रदेश में जमकर बारिश हुई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, इस दौरान पूर्वी राजस्थान से अधिक पश्चिमी राजस्थान में बारिश दर्ज की गई है। यहां हम राजस्थान के जिलों के हिसाब से मानसून की एंट्री की संभावित तारीखों की जानकारी दे रहे हैं।
राजस्थान में कब दस्तक देगा मानसून ( फोटो- पत्रिका)
Monsoon Update: जयपुर। राजस्थान में मानसून के आने से पहले ही प्री-मानसून की बारिश ने तापमान को ठंडा कर दिया है। नौतपा के खत्म होते ही मौसम विभाग ने बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान था कि 2 जून से 5 जून के भीतर राजस्थान के ज्यादातर जिलों में मध्यम से तेज बारिश, ओले और 40-60 किलो मीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी चल सकती है। फिलहाल, मौसम विभाग का यह पूर्वानुमान सच साबित होता नजर आया है। हम यहां राजस्थान के जिलों में मानसून कब दस्तक देगा, इसको लेकर IMD का पूर्वानुमान बता रहे हैं।
यदि आज की तारीख यानी 5 जून की बात करें, तो अभी तक दक्षिण-पश्चिम मानसून (Southwest Monsoon) महाराष्ट्र के आधा से अधिक इलाके को कवर कर चुका है। यही Southwest Monsoon राजस्थान में भी जमकर बारिश कराता है। यह अभी धीमी रफ्तार से राजस्थान की तरफ बढ़ रहा है। मौसम विभाग की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में एंट्री के साथ ही मानसून की रफ्तार बढ़ जाएगी और तेजी से राजस्थान की तरफ बढ़ेगा।
15 जून तक मध्य प्रदेश पहुंचेगा मानसून
मौसम विभाग का अनुमान है कि 15 जून तक मानसून मध्य प्रदेश में प्रवेश कर जाएगा और 5 दिन के बाद यानी 20 जून तक राजस्थान के बांसवाड़ा जिले को टच कर जाएगा। इसके 1-2 दिन बाद ही मानसून झालावाड़ को अपनी गिरफ्तर में ले लेगा। मौसम विभाग ने राजस्थान में मानसून के प्रवेश को 4 भांगों में बांटा है। 20 जून को जहां मानसून का प्रवेश होगा, वहीं 25 जून तक मध्य प्रदेश से सटे जिलों को कवर कर लेगा। जबकि 30 जून तक मानसून पूर्वी राजस्थान को पूरी तरह से अपनी गिरफ्त में ले सकता है।
30 जून तक कहां तक पहुंच सकता है मानसून
IMD के मुताबिक, 20 जून के आसपास मानसून राजस्थान के सिर्फ बांसावाड़ा जिले तक पहुंचेगा। जबकि करीब 2 दिनों के बाद झालावाड़ जिले में प्रवेश कर जाएगा। इसी तरह से 25 जून तक मानसून प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बारां, कोटा और उदयपुर तक पहुंच सकता है। वहीं राजस्थान में 30 जून तक मानसून भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर, जालोर, बालोतरा, जयपुर, अजमेर, ब्यावर, अलवर और जोधपुर तक पहुंच सकता है। इस तरह से कुल मिलाकर पूर्वी राजस्थान को करीब 30 जून तक मानसून पूरी तरह से कवर कर सकता है।
5 जुलाई तक राजस्थान के इन जिलों में पहुंचेगा मानसून
30 जून के बाद मानसून की एंट्री पश्चिमी राजस्थान के जिलों में हो सकती है, ऐसे में 30 जून से लेकर 5 जुलाई के भीतर राजस्थान के लगभग सभी जिलों में मानसून दस्तक दे देगा, लेकिन पूरी तरह से राजस्थान में मानसून करीब 8 जुलाई तक पहुंचेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, 30 जून के बाद मानसून नागौर, सीकर, झुंझुनूं, बाड़मेर, जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर होते हुए पाकिस्तान की तरफ बढ़ जाएगा। कुल मिलाकर पश्चिमी राजस्थान में 30 जून के बाद ही मानसून की एंट्री होगी और 5 जुलाई तक लगभग सभी जिलों में मानसून पहुंच जाएगा।
प्री- मानसून में कितनी हुई बारिश
हाल ही में प्री-मानसून में हुई बारिश का मौसम विभाग ने आंकाड़ा जारी किया है। इसमें बताया गया है कि नए पश्चिमी विक्षोभ के दौरान 2- जून से 5 जून के बीच राजस्थान के लगभग सभी जिलों में बारिश हुई है। इस दौरान ज्यादातर जिलों में आंधी, के बाद बारिश हुई। इस दौरान ओले भी गिरे और बिजली भी कड़की। IMD के मुताबिक, आमतौर पर इस बीच 0.5 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार पूर्वी राजस्थान में 1.4 मिमी और पश्चिमी राजस्थान में 1.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
राजस्थान में औसत से अधिक बारिश का अनुमान
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि इस बार पश्चिमी राजस्थान और पूर्वी राजस्थान के दोनों इलाकों में औसत से अधिक बारिश होगी। मौसम विभाग का मानना है कि इस बार राजस्थान में 20 जून से मानसूनी बरसात का सिलसिला शुरू होगा, जो सितंबर तक चलेगा। इस दौरान राजस्थान में 115 प्रतिशत तक बारिश हो सकती है।