राजस्थान में छोटे-बड़े 691 बांध
विभाग के मुताबिक राजस्थान में छोटे-बड़े 691 बांध हैं। इन बांधों में पिछले साल एक मई को 37.81 था और इस साल 42.36 प्रतिशत पानी है। इधर जो बांध भरे हैं, उनमें गाद-मिट्टी भी है। बाइस बड़े बांध हैं, जिनमें पानी स्टोरेज की क्षमता 8104.66 मिलियन क्यूबिक मीटर है।बांध क्षमता औसतन 10 प्रतिशत घटी
इनमें से आधे बांधों में मिट्टी-गाद ज्यादा भरी है। इससे बांध क्षमता औसतन 10 प्रतिशत घट गई। सभी जगह इसे हटा दें तो भी 800 से 900 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी अतिरिक्त स्टोरेज किया जा सकता है। इससे नया बांध बनाने या मौजूदा बांध की क्षमता बढ़ाने की जरूरत कम होगी। निर्माण लागत का पैसा बचेगा।क्षमता – अभी पानी – पानी (मिलियन क्यू मी.) – उपलब्ध (मिलियन क्यू मी.)
छोटे बांध – 823.93 – 96.65 – 11.73 फीसदी408
मध्यम बांध – 3972.22 – 902.06 – 22.71 फीसदी
260
बड़े बांध – 8104.65 – 4466.06 – 55.10 फीसदी
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(सिंचाई के पानी के लिए विकल्प पर विचार कर रहा विभाग)
राजस्थान के लिए बड़ी खुशखबर, बिना बारिश 4 दिन में लबालब भर जाएगा राणा प्रताप सागर बांध, जानें वजह
इन बांधों से उम्मीद…
कोटा बैराज – 99.30 फीसद।जवाहर सागर – 90.07 फीसद।
राणा प्रताप सागर – 69.66 फीसद।
मोरल – 69.99 फीसद।
बीसलपुर – 63.43 फीसद।
पांचना – 60.30 फीसद।
गुढा – 48.36 फीसद।
गलवा – 44.92 फीसद।
पार्वती – 44.39 फीसद।
जयसमंद – 44.37 फीसद।
माही बजाज सागर – 44.14 फीसद।
राजसमंद – 43.00 फीसद।
सोमकला अम्बा – 39.83 फीसद।
टोरडीसागर – 37.83 फीसद।
जाखम – 23.91 फीसद।
जवाई – 21.75 फीसद।
छापरवाडा – 9.71 फीसद।
मेजा – 8.34 फीसद।