इस लैब में युवाओं को अंग्रेजी, फ्रेंच, स्पैनिश, जापानी जैसी विदेशी भाषाओं का उच्चस्तरीय प्रशिक्षण मिलेगा। विदेशी भाषाओं में दक्ष बनने से युवाओं को विदेशों के साथ-साथ देश में भी पर्यटन, व्यापार, आईटी, शिक्षा और सेवा क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर मिल सकेंगे।
मुख्यमंत्री का कहना है कि युवाओं को वैश्विक स्तर पर तैयार कर ही विकसित राजस्थान की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। वहीं, यह पहल पिछले वर्ष आयोजित राइजिंग राजस्थान ग्लोबल निवेश समिट के परिणामस्वरूप उठाया गया कदम है, जिसमें बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने में रुचि दिखाई थी।
राज्य सरकार का मानना है कि यह लैंग्वेज लैब न केवल रोजगार के द्वार खोलेगी बल्कि युवाओं की प्रतिभा को अंतर्राष्ट्रीय मंच भी प्रदान करेगी। विदेशों में नौकरी के इच्छुक युवाओं के लिए यह योजना एक सशक्त और ऐतिहासिक पहल साबित होगी।