जयपुर में जल कनेक्शन की नई योजना पर बड़ा अपडेट, 2000 आवेदन लंबित, उपभोक्ता परेशान, जानें क्यों
Jaipur News : जयपुर शहर में 8100 रुपए में जल कनेक्शन उपलब्ध कराने की नई योजना पहले ही चरण में लड़खड़ाती नजर आ रही है। पढ़ें पूरी खबर और जानें समस्या की असली वजह।
Jaipur News : जयपुर शहर में 8100 रुपए में जल कनेक्शन उपलब्ध कराने की नई योजना पहले ही चरण में लड़खड़ाती नजर आ रही है। जयपुर शहर में जलदाय विभाग की इस महत्वाकांक्षी योजना को लागू करने वाली निजी फर्म के पास न तो पर्याप्त संसाधन हैं, न ही प्रशिक्षित स्टाफ। इससे आवेदकों को कई महीनों का इंतजार करना पड़ रहा है। हालात ये हैं कि विभिन्न डिवीजनों में करीब दो हजार से अधिक जल कनेक्शन के आवेदन लंबित पड़े हैं।
टेंडर लेने वाली फर्म शुरुआती दो महीने तक आवश्यक संसाधन तक नहीं जुटा सकी। मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचने के बाद फर्म की सुस्ती उजागर हुई है। पता चला है कि फर्म ने पूरे शहर में केवल छह टीमें तैनात की थीं, जिनसे कनेक्शन कार्य की रफ्तार बेहद धीमी रही। इससे आमजन को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। कई आवेदक लगातार जलदाय कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं।
रीडिंग का सिस्टम भी गड़बड़
जल कनेक्शन ही नहीं, बल्कि पानी के बिलों की मीटर रीडिंग व्यवस्था भी फर्म के हाथों बिगड़ चुकी है। पृथ्वीराज नगर में तो मीटर रीडिंग किए बिना ही कार्यालय में बैठकर रीडिंग भरने के मामले सामने आ चुके हैं। इसका सीधा असर उपभोक्ताओं को गलत बिलों के रूप में भुगतना पड़ रहा है।
अतिरिक्त मुख्य अभियंता शुभांशु दीक्षित ने हाल ही सभी सब-डिवीजन के अधिशासी अभियंताओं की बैठक लेकर जल कनेक्शन कार्य की समीक्षा की। बैठक में सामने आया कि फर्म की लापरवाही के कारण आवेदन लंबित हैं। दीक्षित ने फर्म को प्रतिदिन 150 कनेक्शन करने के निर्देश दिए हैं।
8100 रुपए में कलेक्शन की योजना का उद्देश्य था कि बिना भ्रष्टाचार और देरी के सरलता से हर परिवार को जल कनेक्शन मिले। वहीं अब यह योजना जनता के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। विभागीय अधिकारी इस पर सख्त रुख अपनाते हुए फर्म को जवाबदेह ठहराने की तैयारी में हैं।
प्रतिदिन भेजेंगे प्रगति रिपोर्ट
जल कनेक्शन त्वरित गति से जारी हो, इसलिए फर्म को प्रतिदिन 150 कनेक्शन करने के निर्देश दिए हैं। उत्तर व दक्षिण सर्कल के अधिशासी अभियंता अब प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट भेजेंगे। शुभांशु दीक्षित, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जलदाय विभाग