गौर करने वाली बात है कि, ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करने की बजाय पुलिसकर्मियों का एक कोने में खड़े होकर चालान करने और उसकी आड़ में वसूली करने की शिकायतें मिलने पर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने कांस्टेबल से एएसआइ तक को चालान न करने के आदेश जारी किए थे। वसूली में लिप्त कुछ पुलिसकर्मियों को यह व्यवस्था रास नहीं आई। इस आदेश के बाद कई पुलिसकर्मी ड्यूटी के समय ट्रैफिक संभालने की बजाय गुमटियों में बैठे नजर आने लगे। कमिश्नर के निर्देश पर हाल ही डीसीपी ट्रैफिक ने 17 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया।
25 लाख लेकर सटोरियों को छोड़ा, पांच पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज
इसी वर्ष जयपुर पुलिस (दक्षिण) की स्पेशल टीम के पांच पुलिसकर्मियों पर दो सटोरियों को पकड़कर केस दर्ज न करने और मामला रफा-दफा करने के बदले 25 लाख रुपए वसूलने का आरोप लगा। टीम के एक ईमानदार पुलिसकर्मी ने इसमें शामिल न होते हुए उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने पांचों पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिवदासपुरा थाने में एफआइआर दर्ज करवाई। इनमें से तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए और दो को लाइन हाजिर किया गया। केंद्रीय कारागार के बंदियों को कराई मौज-मस्ती, पांच पुलिसकर्मी गिरफ्तार
केंद्रीय कारागार, जयपुर के बंदियों को पैसे लेकर जेल अस्पताल से एसएमएस अस्पताल रेफर करवाने और फिर शहर में मौज-मस्ती करवाने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ लालकोठी थाने में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया। यह सूचना भी एक ईमानदार पुलिसकर्मी ने ही वरिष्ठ अधिकारियों को दी थी। पुलिस कमिश्नर ने इन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर सस्पेंड किया। इस मामले में पांच बंदियों और साजिश में शामिल 10 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया।
जयपुर में दो ट्रैफिक डीसीपी पद सृजित करने की चर्चा
बढ़ते आबादी क्षेत्र को देखते हुए जयपुर कमिश्नरेट में एक की बजाय दो डीसीपी ट्रैफिक के पद सृजित करने की चर्चा है। वर्तमान में जयपुर पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण व क्राइम के डीसीपी पद हैं। लेकिन पूरे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था की निगरानी एक ही डीसीपी कर रहे हैं, जो अधिकांशत: वीवीआइपी ड्यूटी में व्यस्त रहते हैं।