जयपुर जंक्शन में दर्ज हुई लापता होने की रिपोर्ट
जीआरपी थानाधिकारी अरुण चौधरी, एएसआइ जगदीश प्रसाद चौधरी, कांस्टेबल माणक चंद और मंजु मावलिया की टीम 5 वर्षीय और 14 वर्षीय बहनों की तलाश में लगातार जुटी रही। 18 अक्टूबर 2024 को
जयपुर जंक्शन से दोनों के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज हुई थी।
टीम लखनऊ पहुंची तो बच्चियां मिलीं सुरक्षित
पुलिस टीम दिल्ली पहुंची, वहां सीडब्ल्यूसी से जानकारी मिली कि दोनों बहनें वहां आई थीं, लेकिन खुद का पता नहीं बता पा रही थीं। केवल इतना बताया कि वे लखनऊ के पास की रहने वाली हैं, इसलिए उन्हें लखनऊ सीडब्ल्यूसी के सुपुर्द कर दिया गया। टीम लखनऊ पहुंची तो बच्चियां सुरक्षित मिलीं।
पिता की डांट से आहत होकर चली गई थीं बच्चियां
बच्चियों ने बताया कि, उनके माता-पिता जयपुर में खानाबदोश जीवन जीते हैं। एक दिन पिता ने नशे में बड़ी बहन को डांट दिया था, जिससे आहत होकर दोनों बहनें ट्रेन में बैठ गईं। वे बीकानेर पहुंचीं और वहां से ट्रेन पकड़कर दिल्ली चली गईं। दिल्ली के एक पार्क में अकेली देखे जाने पर एक संस्था ने उन्हें सीडब्ल्यूसी के सुपुर्द कर दिया था।