SMS अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत मामले में जांच के आदेश, मानवाधिकार आयोग ने भी मांगी रिपोर्ट
SMS Hospital: गर्भवती महिला को 21 मई के दिन जब दोबारा ब्लड की जरूरत पड़ी, तो स्टाफ ने लापरवाही बरतते हुए उसे B+ ब्लड चढ़ा दिया। महज तीन से पांच मिनट में ब्लड रिएक्शन शुरू हो गया, महिला का शरीर कांपने लगा।
SMS Hospital: जयपुर । राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को SMS अस्पताल में 23 वर्षीय गर्भवती महिला की मौत के मामले में उच्च स्तरीय जांच शुरू की है। कथित तौर पर लापरवाही के कारण गलत ग्रुप का खून चढ़ाने से महिला की मौत हो गई। फरवरी 2024 के बाद से जयपुर के सरकारी अस्पतालों में गलत ग्रुप का खून चढ़ाने से मौत का यह तीसरा मामला है।
चिकित्सा शिक्षा सचिव अंबरीश कुमार ने SMS मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की और फिर अतिरिक्त प्रिंसिपल और मेडिसिन तथा ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभागों के प्रमुखों की तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की। पैनल का काम सैंपल कलेक्शन प्रक्रिया से लेकर ट्रांसफ्यूजन प्रोटोकॉल तक हर चीज की समीक्षा करना और कथित गड़बड़ी के लिए जिम्मेदारी तय करना है। सवाई मानसिंह अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी ने कहा, ‘पैनल सोमवार तक अपनी जांच रिपोर्ट सौंप देगा।’
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महिला की कराई गई थी डिलीवरी
गर्भवती महिला को 9 मई को गंभीर हालत में अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया था। वहां से उसे मेडिसिन वार्ड में शिफ्ट किया गया, जहां उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई। 12 मई को उसे आइसीयू में शिफ्ट किया गया और वेंटिलेटर पर रखा गया। महिला 5 महीने से गर्भवती थी। उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की हार्ट रेट नहीं आ रही थी तो चिकित्सकों ने 19 मई को वेंटीलेटर पर रहते हुए उसकी डिलीवरी करवाई।
21 मई को चढ़ाया गया गलत ब्लड ग्रुप
डिलीवरी के तुरंत बाद उसका हीमोग्लोबिन तेजी से गिर गया। उसे उसी दिन ए पॉजिटिव ब्लड चढ़ाया गया, जो सही था। लेकिन 21 मई को जब दोबारा ब्लड की जरूरत पड़ी, तो स्टाफ ने लापरवाही बरतते हुए उसे बी पॉजिटिव ब्लड चढ़ा दिया। महज तीन से पांच मिनट में ब्लड रिएक्शन शुरू हो गया, महिला का शरीर कांपने लगा। तुरंत ब्लड की सप्लाई बंद कर दी गई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। उसी रात 12:10 बजे महिला की मौत हो गई।
मानवाधिकार आयोग ने भी मांगी रिपोर्ट
इसके अलावा राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी SMS मेडिकल कॉलेज से 12 जून तक ‘विस्तृत तथ्यात्मक रिपोर्ट’ मांगी है।
दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई
मेरे पास शिकायत आई है। जांच कमेटी गठित की गई है, जो 48 घंटे में रिपोर्ट देगी। उसके बाद स्थिति साफ होगी। यदि कोई दोषी पाया जाता हैं तो कार्रवाई करेंगे। डॉ. दीपक माहेश्वरी, प्राचार्य एवं नियंत्रक, एसएमएस मेडिकल कॉलेज