यह हाई-टेक ट्रांसफार्मर रेलवे के 2×25 kV डुअल-फेज ट्रैक्शन सिस्टम को सपोर्ट करेगा। इससे रेलवे लाइनों पर बिजली आपूर्ति और भी भरोसेमंद हो जाएगी, लोड बैलेंसिंग आसान होगी और ऊर्जा दक्षता बढ़ेगी। सरल भाषा में कहें तो अब एक ही ट्रांसफार्मर से ज्यादा ट्रेनें तेज़ और बिना रुकावट के चल सकेंगी।
स्कॉट-कनेक्टेड ट्रांसफार्मर खास तकनीक पर आधारित है, जो तीन-फेज ग्रिड बिजली को दो-फेज आउटपुट में बदल देता है। यह तकनीक खासकर हाई-स्पीड और ज्यादा लोड वाली रेल परियोजनाओं के लिए बेहद जरूरी है। इस प्रोजेक्ट की डिज़ाइनिंग और इंजीनियरिंग कार्य जयपुर स्थित मान स्ट्रक्चरल्स की यूनिट में हुआ। इसमें राजस्थान के इंजीनियरों और तकनीशियनों ने अहम भूमिका निभाई।
मैनेजिंग डायरेक्टर गौरव रुंगटा ने कहा कि यह उपलब्धि सिर्फ हमारी कंपनी की नहीं बल्कि देश के लिए एक बड़ी इंजीनियरिंग सफलता है। भारतीय रेलवे के विद्युतीकरण और कार्बन उत्सर्जन घटाने के लक्ष्य में योगदान देना हमारे लिए गर्व की बात है। इस पहल से न सिर्फ बिलासपुर डिवीजन बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन और बेहतर होगा। यह कदम भारत को स्वच्छ और आधुनिक रेलवे की ओर तेजी से आगे ले जाएगा।