जयपुर शहर में स्मार्ट मीटर बिजली उपभोक्ताओं को 440 वोल्ट का झटका दे रहे हैं। जिन उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगे हैं उनमें से अधिकांश की पीड़ा है कि जब से स्मार्ट मीटर लगा है तब से बिजली का बिल 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़कर आ रहा है। वहीं उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से जुड़ी अन्य समस्याओं से भी जूझ रहे हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही। स्मार्ट मीटर लगाने के बाद बिजली के मासिक बिलों में बढ़ोतरी होने पर उपभोक्ता बिजली कार्यालयों में सहायक अभियंताओं को अपनी परेशानी बता रहे हैं।
उपभोक्ताओं को यह कह कर टरकाया जा रहा है कि मीटर ऑटोमैटिक है और हम कुछ नहीं कर सकते। इस तर्क के पीछे हकीकत यह भी सामने आ रही है कि सहायक अभियंताओं का एक ही टारगेट होता है कि उनके सब डिवीजन में हर महीने 100 प्रतिशत बिलिंग हो। इसलिए बिलिंग संबंधी परेशानियों को लेकर सहायक अभियंता चुप्पी साधे बैठे हैं।
उपभोक्ताओं ने पत्रिका को बताया कि बिल चुकाने में देरी होने का खमियाजा उठाना पड रहा है। बिना नोटिस, सूचना के कनेक्शन काट दिया जाता है और डिस्कॉम इंजीनियर मीटर उखाड़ ले जाते हैं। कनेक्शन फिर से कराने के लिए 2500 रुपए की वसूली भी डिस्कॉम इंजीनियर कर रहे हैं।
बिना नोटिस कट रही बिजली
स्मार्ट मीटर लगाने के बाद बिजली का बिल बढ़कर आने लगा। पिछले बिलों से तुलना की तो अंतर समझ में आया। –दिनेश वर्मा, तिरुपति नगर हल्दीघाटी मार्ग -एक बार बिल चुकाने में देरी हो गई तो इंजीनियर मीटर उखाड ले गए। फिर से मीटर लगाने के लिए 2500 रुपए भी वसूले गए।
–विनोद थापा, उपभोक्ता, तिरुपति बालाजी नगर -स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिल ज्यादा आ रहा है। बिजली इंजीनियरों को समस्या बताई लेकिन समाधान नहीं हुआ। –रणवीर सिंह, उपभोक्ता, करधनी-झोटवाड़ा