
तीन खातों में जमा कराए 56 लाख
साइबर थाने के एसएचओ श्रवण कुमार ने बताया कि, घटना के सात दिन बाद पीड़ित पुलिस के पास आए। ठगों के खातों में केवल 4 लाख से कुछ अधिक राशि ही बची थी, जिसे फ्रीज करवा कर वापस दिलाया गया। पीड़ित के खातों में क्रमश: 73 रुपए, 11 हजार रुपए और 4.6 लाख रुपए रिफंड कराए गए। ठगी की राशि तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग बैंकों के खातों में ट्रांसफर की गई थी, जो विभिन्न फर्मों के नाम से हैं। ठगों की तलाश में पुलिस टीम को दोनों राज्यों में भेजा गया है।मर्डर की दी धमकी
एक अन्य व्यक्ति ने थाने का अफसर बनकर बात की और कहा कि गिरफ्तारी से बचने के लिए वह जो खाते बताएगा, उनमें रुपए ट्रांसफर करें। पीड़ित ने डर के कारण आइसीआइसीआइ बैंक से 21 लाख, बैंक ऑफ बड़ौदा से 20 लाख और पोस्ट ऑफिस खाते से 15 लाख रुपए अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उन्हें धमकी दी गई कि यदि उन्होंने किसी से बात की तो उनका मर्डर हो जाएगा। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि यदि उन्हें उनकी रकम वापस मिल जाए तो वे अपने दिव्यांग बेटे के लिए बेहतर जीवन की व्यवस्था कर सकते हैं।
आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें रवाना
जयपुर साइबर थाना पुलिस की टीमों को तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग स्थानों के लिए रवाना किया गया है।पुलिस ने शीघ्र ही आरोपियों को गिरफ्तार करने की उम्मीद जताई है। पुलिस ने आमजन से साइबर ठगी को लेकर सतर्क रहने की अपील भी की है।