यह भी पढ़ें विक्रम धाणका सोडाला क्षेत्र का रहने वाला था और बिजली विभाग में ठेका कर्मचारी के रूप में कार्यरत था। बताया जा रहा है कि 17 जून को वह अपनी ड्यूटी के दौरान काम कर रहा था। इसी दौरान करंट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। परिजनों के अनुसार न तो उसे कोई सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाया गया था और न ही कोई निगरानी में काम कराया जा रहा था। यह पूरी तरह से बिजली कंपनी की लापरवाही का नतीजा है।
यह भी पढ़ें राजस्थान में बारिश ने पकड़ी रफ्तार, 28 जिलों में आज अलर्ट जारी, मानसून की एंट्री होगी इस वक्त पर.. परिजनों ने बताया कि विक्रम की तीन छोटी बच्चियां हैं और अब पूरे परिवार की जिम्मेदारी उन पर आ गई है। उन्होंने कहा कि एकमात्र कमाने वाला सदस्य चला गया और अब परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने सरकार से मुआवजे और मृतक के परिवार को नौकरी देने की मांग की है।
एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर भारी संख्या में लोग एकत्र हो गए हैं और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। मौके पर पुलिस अधिकारी भी पहुंचे हैं और लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगें नहीं मानी जाती, वे प्रदर्शन जारी रखेंगे।
परिजनों की मांग है कि विक्रम की मौत को ऑन ड्यूटी दुर्घटना मानते हुए उचित मुआवजा दिया जाए, बच्चों के लिए आर्थिक सहायता दी जाए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।