मुख्यमंत्री का यह दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “डबल इंजन” सरकार की भावना को मूर्त रूप देने की दिशा में एक और प्रयास है। भजनलाल शर्मा दिल्ली जाकर केन्द्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहरलाल खट्टर से मुलाकात करेंगे।
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इस बैठक में ऊर्जा सचिव आरती डोगरा, यूडीएच सचिव वैभव गालरिया सहित राजस्थान सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। संभावित चर्चाओं में प्रमुख रूप से जयपुर मेट्रो फेज़-2, ई-बस योजना, NCR प्लानिंग बोर्ड, और बैटरी स्टोरेज प्रोजेक्ट्स को लेकर योजनाएं शामिल होंगी।
जयपुर मेट्रो फेज़-2: भविष्य के शहर की नींव
जयपुर शहर के उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर को आधुनिक और तेज़ सार्वजनिक परिवहन सुविधा से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री ने मेट्रो फेज़-2 की डीपीआर का अनुमोदन कर दिया है। इस परियोजना की कुल लंबाई 42.80 किलोमीटर होगी, जिसमें 36 स्टेशन प्रस्तावित हैं, 34 एलिवेटेड और 2 भूमिगत। यह रूट टोडी मोड से प्रहलादपुरा तक विस्तारित होगा।
यह कॉरिडोर शहर के प्रमुख क्षेत्र जैसे
वीकेआई और सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र, विद्याधर नगर, एसएमएस अस्पताल और स्टेडियम, कलेक्ट्रेट और प्रस्तावित ISBT को जोड़ते हुए हवाई अड्डे के नवीन टर्मिनल तक कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा।
12,260 करोड़ की परियोजना, विदेशी सहायता से वित्तपोषण
इस परियोजना की अनुमानित लागत 12,260 करोड़ रुपये है। इसमें एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) और एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) ने वित्तीय सहयोग की सहमति दी है। इसका क्रियान्वयन केंद्र और राज्य सरकार की 50:50 संयुक्त उद्यम कंपनी ‘राजस्थान मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन’ के माध्यम से किया जाएगा। यह कंपनी भविष्य में सभी मेट्रो परियोजनाओं की जिम्मेदारी भी संभालेगी।
ई-बस और ऊर्जा प्रोजेक्ट्स को मिलेगा बल
बैठक में राजस्थान के ई-बस नेटवर्क, स्मार्ट बैटरी स्टोरेज, और एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के तहत शहरी विकास से जुड़ी योजनाओं पर भी विस्तृत चर्चा होगी। इससे राज्य की हरित परिवहन प्रणाली को गति मिलेगी और शहरी जीवनस्तर में सुधार होगा।
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मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का यह दिल्ली दौरा राजस्थान की शहरी और ऊर्जा संरचना को राष्ट्रीय सहयोग से मजबूत बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है। जयपुर मेट्रो जैसी दूरदर्शी परियोजनाएं राज्य को आधुनिक सार्वजनिक परिवहन, स्मार्ट सिटी समाधान, और हरित ऊर्जा विकल्पों की दिशा में अग्रसर करेंगी।