तबादला सूची के अनुसार एडिशनल पुलिस कमिश्नर (प्रथम) पद पर मनीष अग्रवाल को लगाया गया है।इससे पहले यह जिम्मेदारी कुंवर राष्ट्रदीप के पास थी। अग्रवाल पूर्व में डीसीपी (साउथ) रह चुके हैं और उन्हें एसओजी में कार्य का अनुभव भी है। वहीं, अपराध नियंत्रण के लिए डीसीपी क्राइम पद पर अभिजीत सिंह को नियुक्त किया गया है। अभिजीत पहले भी कमिश्नरेट में रह चुके हैं, उन्होंने कुछ महीने डीसीपी ईस्ट का पदभार संभाला था।
तबादला सूची के अनुसार, डीसीपी (ईस्ट) पद पर संजीव नैन को लगाया गया है। नैन भी पूर्व में डीसीपी (वेस्ट) का कुछ महीने चार्ज संभाल चुके हैं। डीसीपी (नॉर्थ) की जिम्मेदारी करण शर्मा को सौंपी गई है। शर्मा को कमिश्नरेट क्षेत्र में कार्य का लंबा अनुभव है। हनुमान प्रसाद मीणा कमिश्नरेट क्षेत्र में डीसीपी (वेस्ट) के रूप में नई पारी शुरू करेंगे। वह पूर्व में एडिशनल डीसीपी रहते हुए कमिश्नरेट में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
राजर्षि राज वर्मा डीसीपी (साउथ) पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। वर्मा का जयपुर कमिश्नरेट क्षेत्र में कार्य का ज्यादा अनुभव नहीं है, हालांकि उन्होंने जोधपुर कमिश्नरेट में कार्य किया है। वर्मा के हाथ जयपुर कमिश्नरेट के महत्वपूर्ण जिले की कमान आई है, क्योंकि यहां क्राइम कंट्रोल ही नहीं, वीवीआइपी मूवमेंट संभालने की बड़ी जिम्मेदारी रहती है।
शहर की बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने की जिम्मेदारी सुमित मेहरड़ा को दी गई है। डीसीपी (ट्रैफिक) के पद पर उन्हें लगाया गया है, ताकि वे बिगड़े हालात को सुधार सकें। वहीं, डीसीपी मुख्यालय की कमान राजेश कुमार कांवट को सौंपी गई है।
राशि को जयपुर ग्रामीण की कमान
जयपुर कमिश्नरेट में डीसीपी (नॉर्थ) रहीं राशि डोगरा डूडी को जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक पद पर लगाया गया है। आइपीएस राशि डोगरा ने नॉर्थ डीसीपी रहते हुए कानून-व्यवस्था में नियंत्रण बनाए रखा और अपराधियों पर शिकंजा कसा। इसी को देखते हुए उन्हें जयपुर ग्रामीण की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अपराध नियंत्रण और सुगम ट्रैफिक पर फोकस
जयपुर में अपराध नियंत्रण बड़ी चुनौती है। कमिश्नरेट की कार्यशैली व कार्रवाई का पूरे प्रदेश में संदेश जाता है। यहां क्राइम कंट्रोल ही नहीं, लॉ एंड ऑर्डर व वीवीआइपी मूवमेंट की बड़ी जिम्मेदारी रहती है। राजधानी में मादक पदार्थ व हथियार तस्करी और गैंगस्टर्स पर प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है। इनके अलावा, हाल ही कमिश्नरेट के कुछ पुलिसकर्मियों की पद विरुद्ध कार्य को लेकर काफी चर्चाएं रही हैं। ऐसे में पुलिस की छवि सुधारने को लेकर भी सख्त कदम उठाने होंगे। जयपुर की बिगड़ी यातायात व्यवस्था ने देश-विदेश में गुलाबी नगर की छवि बिगाड़ी है। बेतरतीब ट्रैफिक को सुधारने और आवागमन के लिए सुगम राह बनाने के लिए नए ट्रैफिक डीसीपी की बड़ी जिम्मेदारी होगी।