बीजों की गुणवत्ता की जांच हेतु 7 नमूने प्रयोगशाला भेजे गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि यदि जांच में ये नमूने अमानक पाए जाते हैं तो संबंधित विक्रेताओं और उत्पादक कंपनियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
संयुक्त निदेशक कृषि महेन्द्र कुमार जैन ने किसानों से अपील की है कि वे केवल प्राधिकृत विक्रेताओं से ही खाद, बीज व कीटनाशी खरीदें और हमेशा पक्का बिल प्राप्त करें। किसी भी संदिग्ध या अविश्वसनीय स्रोत से खरीदारी न करें और यदि कोई अनियमितता दिखाई दे तो तुरन्त कृषि विभाग के संबंधित स्थानीय कार्मिक अथवा कार्यालय सहायक निदेशक कृषि या संयुक्त निदेशक कृषि कोटपूतली-बहरोड को सूचित कराएंं।
यह अभियान आने वाले समय में जिलेभर में और भी व्यापक रूप में जारी रहेगा ताकि किसानों को नकली खाद बीज के कारण होने वाले नुकसान से बचाया जा सके और कृषि क्षेत्र में गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। नकली और अमानक खाद बीज की बिक्री करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।