गौरतलब है कि श्री आलोक 1993 बैच के सीनियर IAS ऑफिसर थे। उन्होंने बूंदी, सवाईमाधोपुर, बीकानेर, कोटा और उदयपुर में कलेक्टर समेत कई अहम पदों पर सेवा दी। उनकी ऊर्जा-इंफ्रा मामलों के एक्सपर्ट के रूप में देशभर में पहचान थी। ACS आलोक के असमय निधन की सूचना से समूची ब्यूरोक्रेसी में शोक की लहर है।
CM भजनलाल ने जताया दुख
सीएम भजनलाल शर्मा ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि ‘भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एवं राज्य के ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिवार को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’
एक काबिल अधिकारी थे श्री आलोक- गहलोत
अशोक गहलोत ने श्री आलोक के निधन पर दुख जताते हुए लिखा कि ‘वरिष्ठ IAS, राजस्थान के ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक का आकस्मिक निधन अत्यंत दुखद है। श्री आलोक की पहचान एक काबिल अधिकारी की रही। उनकी सेवाओं को हमेशा याद किया जाएगा। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिजनों को हिम्मत देने की प्रार्थना करता हूं।’
भजनलाल सरकार में ACS (एनर्जी) थे आलोक
भजनलाल सरकार में श्री आलोक का पदस्थापन ऊर्जा के विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर किया गया था। साथ ही उन्हें प्रमुख आवासीय आयुक्त, नई दिल्ली, राजस्थान ऊर्जा विकास एवं आई.टी. सर्विसेज लिमिटेड और राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड जयपुर का अतिरिक्त कार्यभार भी दिया गया।
श्री आलोक ब्यूरोक्रेसी?
श्री आलोक भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1993 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी थे। वे भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय में निदेशक, एनएमईईई में महाप्रबंधक, राजस्थान सरकार में ऊर्जा विभाग के सचिव तथा राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड, जयपुर के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इसके अतिरिक्त श्री आलोक भारत सरकार में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अतिरिक्त सचिव, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सदस्य (प्रशासन) के अलावा राज्य के एमएसएमई के प्रमुख सचिव, सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव, राजस्व एवं सैनिक कल्याण विभाग के सचिव के पद पर कार्य कर चुके हैं। श्री आलोक ने संभागीय आयुक्त, भरतपुर के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं।