इसके बाद महिला प्रोफेसर रोजाना सोशल मीडिया पर नकबजनी की वारदात और चोरों की फुटेज तलाश रही थीं। पीडि़त महिला प्रोफेसर ने कहा कि दिन-रात जब भी समय मिलता, उसी समय सोशल मीडिया पर नकबजनी की वारदात और उन्हें करने वाले चोरों की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज तलाशती। चोरों की बॉडी लेंगवेज व वारदात करने के तरीके को गहनता से बार-बार देखती हूं।
महिला ने जुटाए कई लोकेशन के सीसीटीवी फुटेज
इसी दौरान उन्हें मुहाना में अगस्त 2024 और मदनगंज में जुलाई 2025 में हुई वारदात की सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में खुद के घर चोरी करने वालों के फुटेज और वारदात करने का तरीका मिलता जुलता मिला। उन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और फुटेज साझा किए। महिला का कहना है कि मदनगढ़ पुलिस ने फुटेज के आधार पर दो चोरों के मिलते जुलते होने की आशंका जताई और मध्य प्रदेश की एक गैंग के सदस्य होना बताया, लेकिन चोरी का माल अधिक नहीं होन के कारण मदनगंज पुलिस की तलाश धीमी हो गई थी। मदनगंज पुलिस ने कहा कि बिंदायका थाना पुलिस उनसे संपर्क करेगी तो चोरों की जानकारी उनको उपलब्ध करवा देगी। अब पीडि़ता जयपुर के बिंदायका थाना पुलिस के पास चोरों को पकडऩे के लिए भटक रही है। 7 महीने में कितनी चोरी की वारदात
-3560 नकबजनी की वारदात प्रदेश स्तर पर हुई
-19450 चोरी की वारदात प्रदेश स्तर पर हुई
-493 नकबजनी की वारदात जयपुर कमिश्नरेट में हुई
-4251 चोरी की वारदात जयपुर कमिश्नरेट में हुई
(सभी आंकड़े, जनवरी से जुलाई 2025 तक)
यूपी गए थे, लौटे तब पता चला
महिला प्रोफेसर ने कहा कि 2 नवम्बर को उत्तर प्रदेश गांव गए थे और 4 नवम्बर को वापस लौटे तक वारदात का पता चला। चोर घर के ताले तोडक़र 90 लाख रुपए के सोने-चांदी के आभूषण, चांदी के बर्तन व अन्य कीमती सामान ले गए। घर में चोरी करने वाले चोरों के फुटेज पुलिस को दे दिए। चोरों ने उनकी कॉलोनी में छह सात घरों के ताले तोड़े थे। पुलिस ने कहा कि चोरों ने नकाब पहने हुए हुए हैं, इनके चेहरे नजर नहीं आ रहे, कैसे तलाश करेंगे।
त्योहार पर नहीं पहने तो कब पहनेंगे
पीडि़ता ने कहा कि पुलिस कहती है, इतने जेवर घर पर क्यों रखे थे। पुलिस ही बताए कि त्योहार पर भी जेवर नहीं पहने तो कब पहनेंगे। घर पर जेवर नहीं रखेें तो कहां पर रखें? पीडि़ता ने कहा कि दीपावली पर जेवर पहनने थे, इसके बाद गांव चले गए। अब चोरों की पहचान होने के बाद थाना पुलिस क्यों नहीं पकड़ रही।