कोतवाली टीआई भोला सिंह राजपूत के नेतृत्व में गठित टीम ने मुखबिर से मिली सूचना पर अनिल राय 43 वर्ष को उसके निवास स्थान इंदौर से गिरफ्तार किया। टीम का गठन एसपी शलभ सिन्हा के निर्देशन में किया गया था, जो लगातार आरोपी की निगरानी में लगी हुई थी।
CG News: यह था मामला?
कोतवाली पुलिस के अनुसार, प्रार्थी मोहित चावड़ा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि ऑर्बिट इलेक्ट्रोमेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संचालक अनिल राय और पर्चेस मैनेजर राहुल चौहान ने पिग आयरन का ऑर्डर देकर ?64,51,143 की धोखाधड़ी की। इस पर थाना कोतवाली
जगदलपुर में मामला दर्ज किया गया। अनिल राय के खिलाफ जगदलपुर, रायपुर, भिलाई और दुर्ग में भी मामले दर्ज हैं।
एक अन्य आरोपी अब भी फरार: पुलिस के अनुसार, आरोपी अनिल राय पिछले 6 महीने से फरार था और गिरफ्तारी से बचने के लिए किसी भी कार्यालय नहीं जा रहा था। वहीं, मामले का एक अन्य आरोपी राहुल चौहान, जो कि कंपनी में पर्चेस मैनेजर है, अभी भी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। इस गिरफ्तारी में टीआई भोला सिंह राजपूत, एसआई अरुण मरकाम, एएसआई प्रमोद सिन्हा सहित पुलिस टीम की अहम भूमिका रही।
आरोपी के खिलाफ 9 राज्यों में मामला दर्ज
CG News: अनिल राय के खिलाफ
छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र के अलग-अलग थानों में 9 ठगी के मामले दर्ज हैं। वह अलग-अलग नामों और कंपनियों के माध्यम से कारोबार के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी करता था। रायपुर, दुर्ग, जगदलपुर, लखनऊ, नोएडा, पटना और औरंगाबाद की पुलिस भी उसे लंबे समय से तलाश रही थी। आरोपी इंदौर और कोलकाता से बोलस्टर ट्रेड लिंक लिमिटेड, तथा औरंगाबाद से इलेक्ट्रोमेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का संचालन करता था।